हिंदू धर्म में हर पूजा-पाठ में नारियल का उपयोग किया जाता है. क्योंकि नारियल को श्रीफल कहा जाता है. इसलिए इससे देवी-देवताओं को स्नान करवाया जाता है.
नारियल भगवान को अत्यंत प्रिय है. इसलिए हिंदू धर्म में नारियल बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. पूजा-पाठ करने के बाद भगवान को अर्पित किया हुआ नारियल बाद में सभी भक्त जन प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.
हिंदु धर्म के अनुसार नवरात्रि के दौरान भक्तजन पूजा करते हुए नारियल को कलश पर रखते हैं. फिर नवरात्रि के नौ दिन के बाद नारियल को फोड़कर सभी भक्त उसे फोड़कर प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.
लेकिन कई बार ऐसा होता है कि भक्तों द्वारा भगवान को चढ़ाया गया नारियल पूजा के बाद फोड़ने पर खराब या फिर सूखा हुआ निकल जाता है.
नारियल का ऐसे सूखा या खराब निकल जाने से भक्त काफी डर जाते हैं. इस स्थिति के बाद भक्तों के मन में पहला सवाल यही होता है कि क्या भगवान ने उनकी पूजा को स्वीकार किया है या नहीं.
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं भगवान को अर्पित किए गए नारियल के खराब या सूखा निकलने का क्या मतलब होता है और यह किस बात का संकेत देता है.
दरअसल, पूजा के बाद नारियल के फोड़ने पर उसका सूखा या खराब निकलना शास्त्रों के अनुसार एक शुभ संकेत माना जाता है.
नारियल के सूखा या फिर खराब निकलने को शुभ मानने के पीछे एक तर्क है. तर्क यह है कि देवी-देवताओं ने प्रसाद को ग्रहण किया है. इसी कारण से वह फोड़ने पर ऐसा निकला है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं मान्यताओं पर आधारित है. Zee UPUK इसके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता है.