वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज दुनियाभर में खूब फेमस है. उनके पास समस्याओं को लेकर पब्लिक से लेकर नामी गिरामी हस्ती भी आते हैं.
प्रेमानंद महाराज से मिलने रोज हजारों लोग आते हैं. सभी के मन में अलग-अलग सवाल होते हैं, जिसका जवाब वे जानना चाहते हैं.
प्रेमानंद महाराज से मिलने आए एक भक्त ने उनसे पूछा शरीर में सभी जगह रक्त और मांस है तो आत्मा रहती कहां है. ये प्रश्न सुनकर जानिए प्रेमानंद महाराज ने क्या उत्तर दिया.
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जैसे घी में तलकर हम पूरी बना सकते हैं और वही घी दूध में भी होता है, लेकिन उसमें डालकर हम पूरी नहीं बना सकते. उसी तरह आत्मा भी हमारे अंदर है.
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, दूध में घी निकालने के लिए पहले उसे उबाला जाता है. फिर दही जमाया जाता है, फिर मथा जाता है, मक्खन को निकालकर उबाला जाता है तो घी मिलता है.
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, उसी तरह हमारे इस विनाशी शरीर के अंतर्मन में आत्मा विराजमान है. जब हम हमारे मन से सारी गंदगी को बाहर करेंगे तो आत्मा से परीचित हो सकते हैं.
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, इंद्रियों का दमन, मन का शमन, घोर सहनशीलता इस मार्ग पर जब हम चलते हैं तो निश्चित रूप से हम आत्मा और परमात्मा के रहस्य को समझ सकते हैं.
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, जो व्यक्ति लोक-परलोक के सभी भोगों को छोड़कर, चित्त को अपने लक्ष्य पर केंद्रित करके परमात्मा में लगाता है, उसे खुद आत्मा का अनुभव हो जाता है.
यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसकी विषय सामग्री और AI द्वारा काल्पनिक चित्रण का Zeeupuk हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.