कौरवों का वो योद्धा, जिसने अभिमन्यु के पुत्र को गर्भ में ही मार डाला

Shailjakant Mishra
May 09, 2024

महाभारत

महाभारत का युद्ध जीतने के लिए कौरवों ने हर चाल चली थी. कौरवों ने छल करके अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु को मार दिया. इसके बाद पांडवों ने योजना बनाकर कौरवों की सेना को हरा दिया था.

दुर्योधन की मौत

सबसे आखिरी में कौरवों में दुर्योधन मारा गया था, आखिरी समय में उसके साथ में उसका मित्र अश्वत्थामा था, जिससे दुर्योधन ने आखिरी इच्छा पूरी करने का वचन मांगा था.

अश्वत्थामा से मांगा वचन

दुर्योधन ने अश्वत्थामा से वचन मांगा कि वह पांडवों का वध कर दे. इसके बाद अश्वत्थामा ने पांडवों को मारने की योजना बनाई.

पांडवों के बेटों की हत्या

अश्वत्थामा ने रात के समय पांडवों के विश्राम कक्ष में घुसकर द्रौपदी के पांचों पुत्रों को मार दिया था.

अश्वत्थामा को पता चला कि पांडवों का कुल नाश नहीं हुआ है. अभिमन्यु का पुत्र उत्तरा की कोख में पल रहा है.

ब्रह्मास्त्र का प्रयोग

इसके बाद अश्वत्थामा ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर उत्तरा की कोख में वार किया था.

श्रीकृष्ण ने दिया श्राप

अश्वत्थामा ने ब्रह्मास्त्र के उपयोग के बाद कृष्ण ने उसे चिरकाल तक धरती पर भटकने का श्राप दिया था.

उत्तरा के पुत्र को दिया नया जीवन

श्रीकृष्ण ने अपने पुण्य का उपयोग कर उत्तरा के पुत्र परीक्षित को नया जीवन दिया.

डिस्क्लेमर

पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपी-यूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

VIEW ALL

Read Next Story