महिलाएं शव यात्रा में श्मशान घाट तक क्यों नहीं जाती ?

Sandeep Bhardwaj
Oct 09, 2023

हिंदू धर्म के अनुसार, मृत्यु होने के बाद अंतिम संस्कार किया जाता है.

शव यात्रा और दाह संस्कार में परिवार के मुख्य पुरुष शामिल होते हैं.

महिलाएं अतिंम संस्कार में हिस्सा नहीं लेती. जानें उनका श्मशान घाट जाना क्यों वर्जित है.

मुंडन

अंतिम संस्कार में शामिल सदस्यों को मुंडन करवाना पड़ता है, महिलाओं के लिए मुंडन शुभ नहीं है.

भटकती आत्माएं

श्मशान घाट पर ऐसी आत्माएं भटकती रहती हैं जो महिलाओं को निशाना बनाती हैं.

खाली घर

शव ले जाने के बाद घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है इसलिए घर खाली नहीं छोड़ा जाता. महिलाएं घर पर रुकती हैं.

ज्यादा भावुक

महिलाएं ज्यादा भावुक होती हैं, वो श्मशान जाकर ज्यादा रोएंगी इसलिए उन्हें मनाही होती हैं.

विचलित दृश्य

श्मशान के दृश्य देखकर महिलाएं विचलित हो सकती हैं.

मानसिक स्वास्थ्य

श्मशान में चिता को जलता हुआ देखकर महिलाएं मानसिक तौर पर ज्यादा परेशान रह सकती हैं.

आत्मा की शांति के लिए

ऐसी मान्यता है कि मृत शरीर को अग्नि देते समय अगर कोई रोता है तो आत्मा को शांति नहीं मिलती और महिलाएं अपनी आंसू नहीं रोक पाती.

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