सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में मुस्तैद कमांडो को साथ चलते आपने देखा होगा.
गौर किया हो तो देखा होगा कि ये दिन हो या रात हमेशा काला चश्मा पहले रहते हैं. आखिर इसकी क्या वजह है.
धूप से छांव में आने पर कुछ सेकंड के लिए साफ देख नहीं दिखता. अलग–अलग रोशनियों या लाइटों से भी प्रभाव पड़ता है.
बस दुश्मन के लिए इतना ही काफी है. ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए सिक्योरिटी गार्ड्स काला चश्मा पहनते हैं.
काले चश्मे लगाने के पीछे वजह यह भी है कि उनकी नजरें हर तरफ दौड़ रही होती हैं.
कोई दूसरा ये न जान सके कि वह कब, किसे और कहां देख रहे है, इसलिए बॉडीगार्ड काले चश्मे पहनते हैं.
अचानक गोलीबारी या विस्फोट हो जाए तो आंखें बंद हो जाती हैं. काला चश्मा पहनने से आंखें जल्द ठीक होने में मदद मिलती है.
हमलावरों की नजरों से संभलकर और बचना जरूरी होता है. इसलिए बॉडीगार्ड ब्लैक गॉगल पहनते हैं.
भगदड़ मचने या अचानक कोई घटना होने पर आंखों का ठीक होना जरूरी है. क्योंकि उनकी आंखें उनके लिए सबसे बड़ा हथियार होती हैं.
काले चश्मे में बॉडीगार्ड की आंखें छिपी रहती हैं. ऐसे में हमलावर को जवाब देने के लिए तुरंत काउंटर अटैक के लिए तैयार हो जाते हैं.