ट्रेन कोच में क्यों लिखा होता है M1 या M2, हर रेलयात्री के लिए जानना जरूरी

Shailjakant Mishra
Sep 05, 2024

ट्रेन

ट्रेन से भारत की लाइफलाइन कहा जाता है, आपने भी एक न एक बार इससे सफर जरूर किया होगा.

अलग-अलग कोच

देखा होगा कि एक ट्रेन के सभी कोच एक जैसे नहीं होते हैं. अलग-अलग कोच के लिए अलग-अलग कोड होता है.

स्लीपर

अगर कोच पर एस सीरीज के नंबर लिखे होते हैं, तो इससे पता चलता है कि यह स्लीपर कोच है.

थर्ड एसी कोच

वहीं, थर्ड एसी के लिए अगर बी1, बी2 जैसे कोड का इस्तेमाल किया जाता है.

नया कोच

लेकिन अब ज्यादातर ट्रेन में एक नया कोच भी देखने को मिल रहा है. जिस पर M1, M2 लिखा होता है.

स्लीपर से ऊपर

ये कोच स्लीपर से एक क्लास ऊपर और थर्ड एसी से एक क्लास कम होते हैं.

हाईटेक सुविधाएं

लेकिन एसी-3 टियर के मुकाबले ये ज्यादा हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं. कोच के डिजाइन को भी बेहतर किया गया है.

क्या खासियत

एसी थ्री टियर इकॉनोनॉमी कोच में 72 की जगह 83 सीट होती हैं. अपर बर्थ पर जाने के लिए भी बेहतर सीढ़ी होती हैं.

ये सुविधाएं भी

हर सीट पर एसी डक लगाया गया है. हर सीट के लिए बोतल स्टैंड, रीडिंग लाइट और चार्जिंग की व्यवस्था की गई है.

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