पोहा में कार्बोहाइड्रेट होता है जिसे सुबह के नाश्ते में खाने से दिन भर एनर्जेटिक महसूस होता है.
ब्रेकफास्ट में एक प्लेट पोहा खा लिया जाए तो पूरा दिन एनर्जेटिक बने रहते हैं.
फाइबर से भरपूर पोहे का सेवन बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है.
पोहा ब्लड शुगर के स्तर में एकाएक हुई वृद्धि को रोकता है. हालांकि आपको इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
पोहा एक प्रोबायोटिक आहार है जो आंत के स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है.
पोहा में मौजूद कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है और अपच या सूजन की शिकायत दूर होती है.
हरी सब्जियों को मिक्स करके बनाए गए पोहे को खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है. इससे प्रोटीन आयरन और अन्य जरूरी पोषण शरीर को मिल पाता है.
पोहा खाने से आयरन की कमी दूर की जा सकती है. एनीमिया होने के खतरे को कम किया जा सकता है.
पोहा को अगर सही मात्रा में खाएं तो वजह कम करने में मदद हो सकती है क्योंकि एक क्वार्टर प्लेट एक नाश्ता के लिए काफी होता है जिससे पेट देर तक भरा रहता है.