World Heart Day 2023 : दुनिया भर में सबसे ज्यादा मौतें हार्ट अटैक से हो रही हैं. भारत में भी हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या बढ़ गई है. समय रहते अगर हार्ट के जोखिमों का पता चल जाए तो ऐसी मौतों को रोका जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक, हार्ट अटैक से होने वाली मौतों को समय पर जांच कर रोका जा सकता है. कई ऐसे जांच हैं जिसकी मदद से हार्ट अटैक को रोका जा सकता है.
ईसीजी (ECG)यानी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम एक निश्चित अवधि में हार्ट की विद्युत गतिविधियों को रिकॉर्ड करने में मदद करता है.
यह एक परीक्षण प्रक्रिया है, जिसमें पता लगाया जाता है कि व्यायाम या तनाव होने पर हार्ट कैसी प्रतिक्रिया करता है. इससे पता लगाया जाता है कि व्यायाम व तनाव के समय व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत तो नहीं हो रही.
इसका उपयोग कोरोनरी धमनियों में रुकावट या सिकुड़ने समेत अन्य परेशानियों का पत लगाने में किया जाता है. इससे हार्ट की मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन का पता लगाया जाता है.
एमआरआई (MRI) यानी कार्डियक मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग का उपयोग हार्ट की संरचना और संचालन को देखने के लिए किया जाता है. इससे पता लगाया जाता है कि हार्ट कितने प्रभावी तरीके से रक्त प्रवाहित कर रहा.
यह एक तरह का अल्ट्रासाउंड जांच होती है, जो हार्ट की विस्तृत तस्वीरें प्रदान करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है. यह हार्ट की समस्याओं की पहचान करता है.