मृत्यु के बाद यमलोक के रास्ते में पड़ते हैं 16 नगर, जिनसे गुजरती है आत्मा

Pradeep Kumar Raghav
May 16, 2024

शैल्य नगर

इस नगर में पत्थरों की वर्षा होती है और आत्माओं को इन पत्थरों से कुचला जाता है.

अस्यन्द नगर

यहां आत्माओं को खून, मवाद और मल-मूत्र से भरा हुआ भोजन दिया जाता है.

त्रास नगर

यहां यमदूतों द्वारा आत्माओं को भयंकर यातनाएं दी जाती हैं.

रक्तवास नगर

यहां आत्माओं को रक्त से भरी नदियों में तैरना पड़ता है.

मृत्यु नगर

यहां आत्माओं को बार-बार मृत्यु का अनुभव करना पड़ता है.

तामस नगर

यह अंधेरे का नगर है जहां आत्माओं को कुछ भी दिखाई नहीं देता है.

भयानक नगर

यहां भयानक जीवों द्वारा आत्माओं पर हमला किया जाता है.

दुर्गन्ध नगर

यहां से भयंकर दुर्गन्ध आती है जो आत्माओं को परेशान करती है.

पुतकर नगर

यहां आत्माओं को पुतलों में बदल दिया जाता है और उन्हें पीटा जाता है.

काकभुक्ष नगर

यहां आत्माओं को भूख से तड़पाया जाता है और उन्हें कौवों द्वारा नोचवाया जाता है.

शूकरासन नगर

यहां आत्माओं को सूअरों की तरह जमीन पर रेंगना पड़ता है.

रक्तपात नगर

यहां आत्माओं को मारकर उनके खून से नदियां भरी जाती हैं.

कृमिभोज नगर

यहां आत्माओं को कीड़े-मकोड़े और जूँ खानी पड़ती हैं.

सर्वस्वापहरण नगर

यहां यमदूत आत्माओं से उनका सब कुछ छीन लेते हैं.

अंधतामिस्र नगर

यह अंधेरे का नगर है जहां आत्माओं को कुछ भी दिखाई नहीं देता है

यमपुरी

यह यमराज का निवास स्थान है जहां आत्माओं को अपना नया जन्म दिया जाता है

गुरुड़ पुराण का उद्देश्य

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद के जीवन का चित्रण एक प्रतीकात्मक तरीके से किया गया है। इसका उद्देश्य लोगों को अच्छे कर्म करने और बुरे कर्मों से बचने के लिए प्रेरित करना है

DISCLAIMER

यह खबर सिर्फ धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित है. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zee UPUK किसी भी तरह की मान्यता औ धारणा की पुष्टि नहीं करता है.

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