योगी सरकार शहरी क्षेत्रों में लंदन जैसी सड़कें और यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए 1100 करोड़ खर्च करने वाली है.
योगी सरकार की इस योजना के तहत प्रदेश के 16 नगर निगमों में 1100 करोड़ रुपये खर्च कर सड़कों, बस स्टॉप और फुटपाथों का निर्माण कराया जाएगा.
योजना के पहले चरण में अयोध्या, अलीगढ़, आगरा, कानपुर, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, फिरोजाबाद, बरेली, मथुरा-वृंदावन, मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, वाराणसी, शाहजहांपुर और सहारनपुर शामिल हैं.
कुछ ही महीने बाद प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है जिसे देखते हुए प्रयागराज में आठ सड़कों का निर्माण किया जाएगा.
लखनऊ और अलीगढ़ में सात-सात सड़कें, वाराणसी में छह, अयोध्या में पांच, कानपुर में चार, झांसी में तीन, और गाजियाबाद में दो सड़कें बनाई जाएंगी.
सड़कों के साथ यूटीलिटी डक्ट, फुटपाथ, ग्रीन जोन, सौर आधारित स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप, ईवी चार्जिंग स्टेशन, सौंदर्यीकरण, और पैदल यात्री सुविधाएं दी जाएंगी.
यूपी सरकार इस योजना के तहत ना केवल शानदार सड़कें, बस स्टॉप और फुटपाथ बनाए जाएंगे बल्कि ये सड़कें हरियाली और पर्यावरण के अनुकूल भी होंगी.
इस योजना के दूसरे चरण में नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में भी सड़कों का निर्माण किया जाएगा.
यूपी की सड़कों पर लंदन जैसा आनंद लेने के लिए आपको कम से कम एक साल का इतंजार तो करना ही होगा, क्योंकि इनके निर्माण में 12 से 15 महीने का समय लगेगा.
यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है. इसके काल्पनिक चित्रण का ZEE UP/UK हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.