1965 के युद्ध में शहीद हुए सैनिक की पत्नी ने कोरोना से लड़ाई में दान किए 2 लाख
देश के प्रति दर्शनी देवी का जज्बा देख नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अधिशासी अधिकारी हरेंद्र चैहान ने माला पहनाकर उनका आभार जताया.
रुद्रप्रयाग: कोरोना त्रासदी में एक शहीद की पत्नी ने देश के प्रति समर्पण की मिसाल पेश की है. रुद्रप्रयाग में बसुकेदार तहसील के डडोलीद्ध गांव की 80 वर्षीय दर्शनी देवी ने दो लाख पीएम केयर फंड में दान किए हैं.
महज 22 साल की उम्र में पति को खो चुकी दर्शनी देवी 10 किमी. पैदल चलकर बैंक पहुंची और दो लाख का डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी हरेन्द्र चौहान को सौंपा. देश के प्रति दर्शनी देवी का जज्बा देख नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अधिशासी अधिकारी हरेंद्र चैहान ने माला पहनाकर उनका आभार जताया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि 13 साल की उम्र में दर्शनी देवी का विवाह डोभा निवासी कबूतर सिंह रौथाण से हुआ था. शादी के तीन साल बाद उनके पति सेना में भर्ती हुए. लेकिन मात्र 4 साल की सेवा के दौरान 1965 की लड़ाई में कबूतर सिंह रौथाण वीरगति को प्राप्त हो गए. कम उम्र में ही विधवा होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और घर के साथ-साथ सामाजिक कामों में भी रुची ली. दर्शनी देवी की कोई सन्तान नहीं है.
नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि शहीद की पत्नी ने दो लाख की धनराशि पीएम फंड में दान की है. अन्य लोगों को भी उनसे सीख लेनी चाहिए. जिलाधिकारी की ओर से दर्शनी देवी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है.