दर्दनाक सड़क हादसा: मेरठ के बाद बदायूं में भी दर्दनाक सड़क हादसा, दो स्कूल बस की टक्कर से छात्रों समेत ड्राइवर की गई जान
Meerut News: मेरठ में एक महिला और दो बच्ची की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. तीनों अपने ठेले को लेकर निकल रहे थे कि तभी ट्रेन आ गई और तीनों की मौके पर ही मौत हो गई.
Meerut News: मेरठ में रविवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ. वहीं सोमवार की सुबह बदायूं जिले में भी दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें छात्रों और बस के एक ड्राइवर की मौत हो गई. अब तक जिला अस्पताल चार छात्र छात्राओं और ड्राइवर के शव को पहुंचाया गया है. स्कूल वैन और बस हादसे में अभी और मृतक की संख्या बढ़ सकती है. कुल 14 बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है. डीएम और एसएसपी भी हालात का जायजा लेने जिला अस्पताल पहुंच गए हैं. बच्चों को बेहतर इलाज देने के भी निर्देश दिए गए हैं. उसावां थाना इलाके के सेहा नवीगंज में दो स्कूल बस के टकराने से हादसा हुआ था.
वहीं मेरठ के के कंकरखेड़ा क्षेत्र में कासिमपुर फाटक पर शाम के समय देहरादून की ओर जा रही ट्रेन से रेहड़ा टकराने से तीन लोगों की जान चली गई. हादसे में एक महिला और उसकी दो बेटी की जान चली गई. वहीं पुलिस सूचना पाकर मौके पर पहुंच गई और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. कंकरखेड़ा के अशोकपुरी के रहने वाले नरेश अपनी पत्नी लक्ष्मी व दो बेटी साथ अपने घर को लौट रहे थे. रमेश रेहड़ा चला रहे थे और उनकी पत्नी और बेटियां पीछे बैठी थीं. यहां पर हुआ ये कि कासिमपुर फाटक जब बंद हुआ तो वह नीचे से रेहड़ा निकालने की कोशिश करने लगा तभी ट्रेन आ गई.
ट्रेन का स्टॉपेज नहीं
रेहड़े का पीछे का भाग ट्रेन से टकराया जिससे यह हादसा हुआ. हादसे के बाद कुछ देर के लिए मौके पर ट्रेन रुकी और फिर देहरादून की ओर चल पड़ी. दरअसल, लोको पायलट ने ट्रेन एक किमी आगे कैंट स्टेशन पर रोकी थी. यहां पर इस ट्रेन का स्टॉपेज ही नहीं है. वहीं दो मिनट बाद ट्रेन को रवाना किया गया.
जीआरपी व आरपीएफ की टीम
पुलिस और जीआरपी व आरपीएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंची और जांच में जांच में जुट गई. ट्रेन जब निकल गई तब रमेश ने घटनास्थल की तरफ दौड़कर देखा तो उसकी पत्नी सहित उसकी बेटियों की मौत हो गई है. शवों को देखकर रमेश बेहोश हो गया. हादसे के बाद लोगों की भीड़ जमा होने लगी. कासमपुर फाटक के पास हुए इस हादसे के करीब 2 घंटे तक रेलवे ट्रैक के किनारे ही शव पड़े रहे.