सहारनपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में ‘विजय संकल्प रैली’ का आगाज करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हमारे पास ‘मोदी का नाम और काम’ दोनों है, अब जनता को फैसला करना है कि वह मसूद अजहर की भाषा बोलने वाली पार्टी को वोट दे या राष्ट्रवाद की भाषा बोलने वाली पार्टी के नेता को वोट दे. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अपने ‘विजय सकंल्प रैली’ की शुरुआत कर दी. इसी कड़ी में रविवार को उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सहारनपुर पहुंचकर मां शाकुम्भरी देवी के दर्शन किये और एक चुनावी सभा को सम्बोधित किया.


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इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा के कार्यों का विस्तृत ब्योरा देते हुए कांग्रेस, सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जितना काम कांग्रेस, सपा और बसपा ने 55 साल में नहीं किया उससे कहीं अधिक काम मोदी सरकार ने 55 माह में कर दिखाया. हमें भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व का आभार व्यक्त करना चाहिए जिसने नरेन्द्र मोदीजी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर पूरे देश के अन्दर आशा का नया संचार किया है.


आज पूरे देश और दुनिया में नरेन्द्र मोदी की धूम मची है. वर्ष 2014 में हमारे पास मोदीजी का नाम था और आज उनका काम भी हमारे बीच में है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर जिले की जनता को तय करना है कि सहारनपुर से अजहर मसूद की भाषा बोलने वाली पार्टी के प्रत्याशी को जिताना है या फिर राष्ट्रवाद की भाषा बोलने वाले मोदी के प्रत्याशी राघव लखनपाल शर्मा को जिताना है.


सपा-बसपा और रालोद पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जो चुनाव ही 37-38 सीटों पर लड़ रहे हैं वे प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं. ये मुंगेरी लाल के सपने हैं जिसे जनता सफल नहीं होने देगी.’’ उन्होंने कहा कि मायावती और अखिलेश यादव 10 वर्ष में इतनी बार सहारनपुर नहीं आये जितनी बार मैं यहां आया हूं.


दो वर्ष में मैं छह बार सहारनपुर आ चुका हूं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘विपक्षी गठबन्धन देश द्रोहियों के साथ खड़ा है. मोदीजी के 55 महीनों का कार्यकाल बसपा-सपा और कांग्रेस के 55 वर्षों के कार्यकाल पर भारी पड़ रहा है.’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष के शासनकाल में आतंकवादियों को बिरयानी खिलाई जाती थी और मोदी के राज में आतंकवादी गोली और गोले खा रहे हैं.


योगी ने सपा-बसपा ओर कांग्रेस के गठबन्धन को गिरोह बताते हुए कहा, ‘‘इन्होंने देश प्रदेश में लूट और अराजकता फैलाने का काम किया है. हमने सहारनपुर के काष्ठ कला उद्योग को बढ़ावा देने के लिये प्रशिक्षण, पैकिंग और मार्केटिंग की व्यवस्था की. सहारनपुर को विश्वविद्यालय दिया.’’ योगी ने कहा कि जनता बसपा-सपा से पूछे कि मान्यवर काशीराम के नाम पर राजनीति करने वाली मायावती ने सहारनपुर में मेडिकल कॉलेज का नाम बदलने वाली सपा से क्यों गठबन्धन किया.