UPI Payment: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI पेमेंट प्लेटफॉर्म पूरी तरह से एक भारतीय उत्पाद है जिसका डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. इसे बैकिंग की दुनिया में बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है. यह इतना सफल रहा है कि भारत के अलावा भूटान, यूएई, श्रीलंका समेत कई देशों में इसके जरिए ही पेमेंट हो रहा है. इतना ही नहीं कनाडा जैसे कुछ और देशों ने भी UPI पेमेंट शुरू की है. 


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और चीन भी भारत के UPI सिस्टम से बेहद प्रभावित हैं. कहा तो यहां तक जा रहा है कि अमेरिका का अपना UPI सिस्टम सफल नहीं हो पाया है क्योंकि वहां के नागरिक ही इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.


मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान UPI को अपनाना चाहता है लेकिन पाकिस्तान सरकार फिलहाल इससे किनारा कर रही है और इसके लिए सुरक्षा कारणों का हवाला दे रही है.


UPI से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
2016 में UPI प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया गया था. नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया ने इसके बनाया है जबकि RBI की निगरानी में इसे लागू किया गया.


यह एक फ्री ऑफ कॉस्ट सर्विस है. भारत में PhonPe, Google Pay, Paytm जैसे ऐप UPI के बड़े पेमेंट गेटवे प्लेटफॉर्म हैं.  पिछले साल दिसंबर माह में रिकॉर्ड 12.82 लाख करोड़ रुपये का UPI  पेमेंट किया गया.


पीएम मोदी भी UPI की तारीफ कर चुके हैं. हाल ही में एक शख्स ने एक दर्जी के पास यूपीआई पेमेंट से जुड़ी एक पोस्ट की थी जिसे रिट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘यह पूरे भारत में एक आम दृश्य है... हमारे लोगों ने तकनीक और नवाचार को अपनाने में उल्लेखनीय निपुणता दिखाई है.’



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