फेक PhonePe से करते थे पेमेंट, यूट्यूब से सीखा साइबर ठगी का तरीका
आजकल हर जगह ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हो रहा है जिसमें लोग फोनपे या पेटीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग इसी से ठगी कर रहे थे. ठगी का ये तरीका उन्होंने यूट्यूब से सीखा था.
लक्ष्मी अवतार शर्मा/दौसा: राजस्थान में दौसा जिले में पुलिस ने एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार कर एक दर्जन वारदातों का खुलासा किया है. पुलिस ने आरोपी से लालसोट में धोखाधड़ी से खरीदे गए 23 तेल के व घी के 5 पीपे बरामद कर वारदात को अंजाम देने में काम ली गई एक कार भी जप्त की है. पकड़े गए युवक पर प्रदेश के कई जिलों में 15 ठगी के प्रकरण दर्ज हैं. आरोपी अविनाश मीणा निवासी छारसा, पुलिस थाना मनोहरपुर जयपुर ग्रामीण का रहने वाला है जो कि मनोहरपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है.
यह था ठगी का मामला
लालसोट डिप्टी एसपी शंकरलाल मीणा ने बताया कि 28 नवंबर 2021 को प्रह्लाद शर्मा निवासी तोरड़ा, मनमोहन किराना स्टोर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 27 नवंबर को कार से आए दो युवकों ने तेल व घी का भाव पूछा. उन्होंने 5 टीन चंबल रिफाइंड व 2 टीन लोटस घी खरीदकर 24 हजार 450 रुपए फोनपे करने की बात कही. युवको ने फोनपे से पेमेंट स्क्रीनशॉट भेज कर पेमेंट हो जाने की बात कहते हुए अचानक कार लेकर फरार हो गए. बाद में पेमेंट मैसेज को डिलीट कर दिया. दुकानदार ने बैंक खाता चेक किया तो पेमेंट नहीं आया. इस संबंध में प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
फर्जी अधिकारी बन करता था ठगी
डिप्टी एसपी ने बताया कि आरोपी अविनाश मीना पूर्व में पुलिस, इनकम टेक्स, सेल्स टेक्स अधिकारी बनकर ठगी करता था. बाद में उसने ठगी का ट्रेंड बदलते हुए एप स्टोर से स्पूफ फोनपे एप डाडनलोड कर गांव व कस्बों में फर्जी तरीके से भुगतान दिखा कर माल ले जाकर ठगी करने लगा. वह 25 से 30 हजार रुपये का सामान खरीद फर्जी तरीके से भुगतान का स्क्रीनशॉट दिखा कर ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगा. आरोपी ने लालसोट में ठगी की पहली वारदात की, जिसमें ही वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया. पुलिस ने उसे एनएच 8 स्थित चंदवाजी से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर 23 टीन रिफाइंड तेल व 5 टीन घी के पीपे बरामद करने में सफलता अर्जित की.
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यूट्यूब से सीखा वारदात का तरीका
पुलिस ने बताया कि आरोपी अविनाश मीणा तथा उसका साथी रजनीश जाट शातिर अपराधी हैं जिन्होंने यूट्यूब पर स्पूफ फोनपे ट्रांजेक्शन बनाना सीखा और अपने मोबाइल से ऐप डाउनलोड कर लिया. फिर दोनों आरोपी बड़ी दुकानों पर सामान खरीदकर फोनपे का स्क्रीनशॉट दिखाकर पेमेंट होने की बात कहकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि ठगी की वारदात में शामिल आरोपी अविनाश मीणा के दूसरे साथी रजनीश उर्फ राजेश उर्फ और रज्या जाट निवासी कंवरपुरा अभी फरार है. उसकी तलाश के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है, जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आरोपी अविनाश ने पूछताछ के दौरान ठगी की एक दर्जन से ज्यादा वारदातों का खुलासा किया है.
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