Varanasi: मणिकर्णिका घाट पर लाशों को करना पड़ रहा इंतजार.. गर्मी में मुर्दों का भी बुरा हाल!
Manikarnika Ghat: गर्मी का टॉर्चर पूरे देश में देखने को मिल रहा है. घर से बाहर निकलते ही तपती धूप शरीर को जला दे रही है. हीट स्ट्रोक के मामलों में तेजी से उछाल आया है. जिसके कारण लोगों की मौत भी हो रही है.
Manikarnika Ghat: गर्मी का टॉर्चर पूरे देश में देखने को मिल रहा है. घर से बाहर निकलते ही तपती धूप शरीर को जला दे रही है. हीट स्ट्रोक के मामलों में तेजी से उछाल आया है. जिसके कारण लोगों की मौत भी हो रही है. गर्मी से मौत के आंकड़े में तेजी की भयावह तस्वीर वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर कई दिनों से देखने को मिल रही है. यहां लाशों की लाइन लग गई है. आलम यह है कि शवों को जलाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
अंतिम संस्कार के लिए लंबा इंतजार..
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वाराणसी के प्राचीन श्मशान घाट मणिकर्णिका पर लाशों की लाइन लग गई है. इसका सबसे बड़ा कारण प्रचंड गर्मी में तेजी से हो रही लोगों की मौत है. मणिकर्णिका घाट पर गुरुवार 30 मई को अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या में अचानक आए उछाल ने व्यवस्था को वेंटीलेटर पर डाल दिया. घाट पर 400 से अधिक शव लाए गए, जो सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना अधिक था. श्मशान घाट की तरफ जाने वाली सड़क पर भारी जाम लग गया.
गर्मी ले रही जान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मणिकर्णिका घाट पर दाह संस्कार करने वाले डोम राजा ओम चौधरी ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है, जिसकी वजह से घाट पर शवों की संख्या भी बढ़ गई है. गुरुवार की आधी रात तक मैदागिन से मोक्षद्वार तक शवों की लाइन लग गई थी. शवों की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि जगह की कमी हो गई और शवों को एक के ऊपर एक रखना पड़ा.
मणिकर्णिका घाट पर लाशों की लाइन
रिकॉर्ड बताते हैं कि 24 मई को 147 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, उसके बाद 25 मई को 161, 26 मई को 159, 27 मई को 88, 28 मई को 133, 29 मई को 169 और 30 मई को 400 से ज़्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया गया. बीते गुरुवार को घाट की क्षमता से कहीं ज़्यादा शव दिख रहे थे. आम दिनों की बात करें तो मणिकर्णिका घाट पर एक साथ 25 से 30 शवों का अंतिम संस्कार होता है. लेकिन अभी की स्थिति यह है कि लोगों को शव के अंतिम संस्कार के लिए पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है.
चुनाव कर्मचारियों की हो रही मौत
उत्तर भारत में भीषण गर्मी के कारण अलग-अलग राज्यों में कम से कम 40 लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में यूपी-बिहार में लोकसभा चुनाव में तैनात 25 कर्मचारी भी शामिल हैं. गुरुवार को भीषण गर्मी ने ओडिशा में 10, बिहार में 8, झारखंड में चार और यूपी में एक व्यक्ति की जान ले ली. राजस्थान में गर्मी से अब तक कम से कम पांच लोग जान गंवा चुके हैं. सबसे ज्यादा 17 लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में हुई है. वहीं, बिहार में 14, ओडिशा में पांच, झारखंड में चार लोगों ने जान गंवाई है. 1,300 से अधिक लोग लू लगने के कारण अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.
गहराता जा रहा जल संकट
प्रचंड गर्मी के चलते दिल्ली समेत देश के कई इलाकों में लोगों को जल संकट से भी जूझना पड़ रहा है. पानी के इंतजा में लोगों घंटों कतार में बिताना पड़ रहा है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक कानपुर (आईएएफ) मौसम केंद्र ने देश में सबसे अधिक 48.2 डिग्री तापमान दर्ज किया. हरियाणा का सिरसा 47.8 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरा सबसे गर्म स्थान रहा. दिल्ली के आयानगर में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, बिहार के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में भीषण लू की स्थिति बनी हुई है.