Rajasthan Assembly News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को राजस्थान विधानसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल में बतौर राज्यपाल अपने अनुभव को साझा किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अपने संबंधों पर उन्होंने कहा, 'खीर कितनी अच्छी है? यह खाने से ही पता चलती है. शायद यही कारण है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपराष्ट्रपति के चुनाव में मेरा विरोध नहीं किया था.’


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘उस समय राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि जादूगर तो मैं हूं लेकिन आपने यह जादूगरी कैसे की.'  उन्होंने कहा कि आप अगर अपने कर्तव्य पर रहेंगे तो नतीजा कभी खराब नहीं होगा.’ 


सीपी जोशी साधुवाद के पात्र हैं
इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने जगदीप धनखड़ ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ड़ॉ सीपी जोशी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, 'वह साधुवाद के पात्र हैं. अध्यक्ष रहते हुए राजनीति से ऊपर उठकर इस सदन में उन्होंने कार्यक्रम आयोजित किए. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की हैसियत से उन्होंने मुझे यहां बुलाया. उपराष्ट्रपति की हैसियत से भी बुलाया और जब अंतरराष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम उदयपुर में हुआ तब भी उन्होंने बुलाया. मैंने हमेशा उनसे कहा कि विधानसभआ का अध्यक्ष किसी दल से जुड़ा नहीं है.'


जहां भी जाता हूं एक बात का ध्यान जरूर रखता हूं
उपराष्ट्रपति ने कहा, भारत राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक दृष्टि से बदल गया है. अर्थव्यवस्था के नजरिए से दुनिया की पांचवी महाशक्ति होना होना छोटा काम नहीं है. आज से करीब 10-12 साल पहले दुनिया की पांच कमजोर अर्थव्यवस्था में भारत था आज भारत दुनिया की पांचवीं महाशक्ति है. हमने कनाडा, फ्रांस को पीछे छोड़ा है. आने वाले दो तीन साल में भारत जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए तीसरी आर्थिक महाशक्ति होगा.’


उपराष्ट्रपति ने कहा, 'किसी भी विकास की गंगा की शुरुआत विधायिका से होती है! विधायिका का सबसे प्रमुख कर्तव्य है कि कार्यपालिका और न्यायपालिका दोनों को सही दृष्टिकोण में रखें. यदि सरकार को आइना दिखाया जाएगा तो सरकार के लिए बहुत लाभकारी होगा!' 


 


(फोटो साभार: @VPIndia)