Dear जिंदगी: “सही सोच का अर्थ ये नहीं कि आपका चुनाव भी सही हो”

Jan 17, 2019, 13:28 PM IST

कई बार ऐसा होता है, जब एक ही चीज़ पर मतभेद होते हुए भी बाद में हमें लगता है कि इस पर ‘दोनों’ सही हैं. कोई गलत नहीं है. मंजिल एक है, लेकिन रास्‍ते अलग. एक-दूसरे के लिए ‘जगह’ निकाल पाना इतना मुश्किल भी नहीं. मतभेद के साथ सम्‍मान की कला जिंदगी के सुख का सबसे बड़ा आधार है. ‘डियर जिंदगी’ को मिल रही प्रतिक्रिया में इन दिनों जीवन के उस पड़ाव का जिक्र ज्‍यादा हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि जब दोनों सही हों, तो क्‍या करना चाहिए! रिश्‍तों में दरार तभी नहीं आती, जब रास्‍ते अलग हों, उस समय भी आती है, जब रास्‍ते एक हों.

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