DNA: देश संविधान से चलेगा या फिर शरिया से?
Tue, 10 Jul 2018-12:08 am,
भारत के हर नागरिक को देश के संविधान और कानून पर पूरा भरोसा करना चाहिए. एक देश में एक ही कानून होना चाहिए. कानूनों और अदालतों में भेदभाव और फर्क करना, देश की अखंडता के लिए ख़तरनाक हो सकता है. ये नागरिक शास्त्र की किताबों का प्रवचन नहीं है. ये इस दौर का एक कटु सत्य है.