वारदात से ठीक 54 मिनट पहले विकास दुबे ने दी थी सिपाही को धमकी- लाशें बिछा दूंगा
सूत्रों के मुताबिक वारदात से ठीक 54 मिनट पहले रात 12 बजकर 11 मिनट पर विकास दुबे ने चौबेपुर थाने के सिपाही राजीव चौधरी को फोन मिलाया था.
कानपुर: कहने को तो तीन राज्यों की पुलिस कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) के मास्टरमाइंड विकास दुबे को तलाश कर रही हैं लेकिन 100 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है फिर भी 8 पुलिसवालों को शहीद करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे अब तक फरार है. सवाल ये है कि विकास दुबे किसकी पनाह में बैठा है? विकास दुबे के रसूख और हिम्मत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि विकास दुबे ने वारदात से करीब 1 घंटे पहले थाने के एक सिपाही को फोन करके पुलिसवालों को जान से मारने की धमकी दी थी और वो धमकी भी उसने हकीकत में तब्दील कर दी.
100 घंटे से फरार विकास दुबे से जुड़ा बड़ा खुलासा
सूत्रों के मुताबिक वारदात से ठीक 54 मिनट पहले रात 12 बजकर 11 मिनट पर विकास दुबे ने चौबेपुर थाने के कान्स्टेबल राजीव चौधरी को फोन मिलाया और गालियां देकर पुलिस वालों की लाशें बिछा देने की धमकी दी थी लेकिन सिपाही ने ये बात अधिकारियों को नहीं बताई. जांच के दौरान सिपाही के फोन से विकास की रिकॉर्डिंग पुलिस के हाथ लगी है. सिपाही राजीव को इसीलिए सस्पेंड किया गया है.
बता दें कि कानपुर में हुई घटना को लेकर पुलिस ने 3 और लोगों को गिरफ्तार किया. सुरेश वर्मा के अलावा विकास के घर में रहने वाली नौकरानी रेखा और क्षमा से पूछताछ की जा रही है. विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश जारी है.
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कानपुर हत्या मामले में पुलिस लाइन से 10 सिपाहियों को थाना चौबेपुर में तैनात किया है. चौबेपुर थाने में पहले से तैनात रहे पुलिसकर्मी फिलहाल शक के घेरे में हैं. विकास दुबे के लिए मुखबिरी करने के शक में उन सबसे लगातार पूछताछ हो रही है. ऐसे में थाने में पुलिसकर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए नए पुलिसकर्मियों को लाया गया है.