Waris Pathan Vs Sanjay Nirupam News: बीजेपी नेता नितेश राणे की टिप्पणी के खिलाफ मुंबई चलो रैली के बाद AIMIM नेता वारिस पठान इन दिनों चर्चाओं में हैं. ज़ी न्यूज के कार्यक्रम #ZEE_Ek Bharat Shreshtha Bharat में भाग लेने पहुंचे वारिस पठान ने एक बार फिर कहा कि देश का मुसलमान संविधान को मानता है, इसलिए वह चुप है वरना वो डरता तो किसी के बाप से भी नहीं है. इस कार्यक्रम में कथित मुस्लिम उत्पीड़न, धारावी मस्जिद, मुंबई चलो मार्च से लेकर वक्फ बोर्ड तक के मुद्दों पर उनकी शिवसेना (शिंदे) के नेता संजय निरुपम से तीखी भिड़ंत भी हुई. कार्यक्रम में वारिस पठान ने वह राज भी खोला, जब उन्हें गणपति विसर्जन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सार्वजनिक माफीनामा क्यों जारी करना पड़ा था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुसलमान किसी के बाप से नहीं डरता- वारिस पठान


AIMIM नेता वारिस पठान ने कहा कि मुसलमान देश के संविधान को मानते हैं लेकिन वह डरता किसी बाप से नहीं है. नितेश राणे और रामदेव गिरी महाराज ने हमारे पैगंबर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की लेकिन उनके खिलाफ  एफआईआर करना तो दूर सरकार उनके फेवर में खड़ी हो गई. हमने इसी के खिलाफ मुंबई चलो रैली की. 


पठान को इस बात पर फटकार लगाते हुए संजय निरुपम ने कहा कि वे गलतबयानी कर रहे हैं. इस मामले में नितेश राणे और रामदेव गिरी महाराज के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. अगर मामले में पुलिस को तथ्य मिलते हैं तो उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. 


'हमें हिंदुओं के मंदिरों पर आपत्ति नहीं तो उन्हें मस्जिदों पर क्यों'


धारावी मस्जिद में बीएमसी के एक्शन पर वारिस पठान ने कहा कि मुंबई में कोई घर या मोहल्ला ऐसा नहीं है, जहां पर अतिक्रमण न हो. जगह जगह गली- मोहल्लों में मंदिर बने हुए हैं. हमने तो कभी उस पर आपत्ति नहीं की, फिर वे हमारी मस्जिद पर ऐतराज क्यों कर रहे हैं. हमने मस्जिद में हुए मामूली एक्स्ट्रा निर्माण को हटाने के लिए 5 दिनों का वक्त मांगा था, फिर भी बीएमसी फोर्स लेकर वहां आ गई.



इस मुद्दे पर भी संजय निरुपम उनसे भिड़ गए. उन्होंने कहा कि मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ बीएमसी की ओर से उन्हें बार- बार नोटिस जारी किए जा रहे थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. जब आखिर में बीएमसी की टीम एक्शन लेने वहां पहुंची तो विरोध के लिए 15-20 हजार की भीड़ जुटाकर पथराव किया गया. इसके बाद 5 दिन मांगे गए लेकिन अब यह समय भी बीत चुका है, इसके बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया है.


वक्फ बिल के जरिए मुस्लिमों की संपत्ति पर कब्जे की कोशिश


वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर AIMIM नेता वारिस पठान ने कहा कि संसद में इस संशोधन बिल को लाने की कोई जरूरत नहीं थी. ऐसा करके सरकार मुसलमानों की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है. हम इसे लागू नहीं होने देंगे. वहीं शिवसेना (शिंदे) नेता संजय निरुपम ने कहा कि वक्फ बोर्ड से आम मुसलमानों का कोई वास्ता नहीं है. ये बड़े सरमायेदार मुसलमानों की दुकान है, जो चाहते हैं कि उनकी दुकानदारी चलती रहे. इसीलिए वे आम मुसलमानों को भड़काने में लगे हुए हैं.


गणेश उत्सव से लौटने पर वारिस ने क्यों मांगी माफी?


इस दौरान एंकर ने वारिस पठान से पूछा कि वे देश में सर्वधर्म सद्भाव की बात करते हैं. लेकिन वे जब एक बार मुंबई के गणपति उत्सव में भाग लेने गए थे तो बाद में माफी का वीडियो क्यों जारी किया. एंकर ने कहा कि क्या उनकी इस हरकत से आपसी सदभाव कमजोर नहीं हुआ. 



इस पर वारिस पठान ने कहा कि मैं मौलवी या मुफ्ती नहीं बल्कि एक आम मुसलमान हूं. मैं गणेश उत्सव में चला गया था और वहां  'गणपति बप्पा मोरया’ का नारा लगाया. वापस आने के बाद मुझे कुछ आलिमों ने कहा कि उन्हें ऐसा करके शिर्क (गुनाह) किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी होगी. इसके बाद मैंने माफीनामे का वीडियो जारी किया. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मैं हिंदुओं का सम्मान करता हूं लेकिन मुझे अपने मजहब को मानने का अधिकार है.