नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि भारतीय सेना क्रियान्वयन से पहले अपनी योजना का खुलासा नहीं करती है. इससे संकेत मिला है कि जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दो भारतीय सुरक्षाकर्मियों की जान लेकर उनके शव क्षत विक्षत करने के मामले पर संभावित जवाबी कार्रवाई होगी. इस बर्बरतापूर्ण कृत्य की जवाबी कार्रवाई के संबंध में पूछे गये सवालों का रावत ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि सशस्त्र बल पड़ोसी देश के इस प्रकार के कृत्यों का प्रभावी जवाब देंगे. उन्होंने कहा, हम पहले से भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा नहीं करते. हम क्रियान्वयन के बाद ब्यौरे साझा करते हैं. उन्होंने इसके आगे कोई ब्यौरा नहीं दिया.


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व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान 
उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, जब इस प्रकार का कृत्य होगा तो हम भी जवाबी कार्रवाई करते हैं. सेना के उप प्रमुख शरदचंद ने मंगलवार को कहा था कि सेना इस घातक कदम का अपनी पंसद के समय और स्थान पर जवाब देगी. रक्षा मंत्री अरूण जेटली भी कह चुके हैं कि इन दोनों सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा तथा भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तानी सैनिकों के इस अमानुषिक कृत्य का समुचित जवाब देंगे. जनरल रावत ने इस घटना में भारत की संभावित कार्रवाई के ब्यौरे साझा करने से इनकार कर दिया. कुछ दिनों पहले नियंत्रण रेखा के समीप पाकिस्तानी सैन्य कर्मियों ने हमारी सेना के एक नायब सूबेदार और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल की जान लेकर उनका शव क्षत विक्षत कर दिया था. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर में घुसपैठ रोधी तंत्र को और चौकन्ना कर दिया गया है.


राष्ट्रीय सैन्य रणनीति सुरक्षा ढांचे को जल्द ही दिया जाएगा अंतिम रूप
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि एक राष्ट्रीय सैन्य रणनीति एवं सुरक्षा ढांचे को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा ताकि देश के समक्ष उपस्थित सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निबटा जा सके. रक्षा विशेषज्ञ संस्थान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में कई लोगों द्वारा रक्षा के खर्च को बोझ माना जाता है तथा सेना को उसका समुचित हिस्सा नहीं मिल रहा है. उन्होंने चीन का हवाला देते हुए भारत की असली क्षमता तभी साकार होगी जब आर्थिक विकास एवं सशस्त्र बलों की ताकत साथ साथ चलें. जनरल रावत ने कहा कि भारत को अपनी पश्चिमी एवं उत्तरी सीमा पर पड़ोसियों से निबटने के लिए नए मित्रों एवं सहयोगियों की तलाश करनी चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान और चीन की ओर संकेत करते यह बात कही. भारत की सुरक्षा चुनौतियों का उल्लेख करते हुए जनरल रावत ने कहा कि राष्ट्रीय सैन्य रणनीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति के मसौदे तैयार हैं. इनका मकसद है कि जरूरी मुद्दों को समन्वयपूर्वक निबटा जा सके. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित विशेषज्ञ संस्थान यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन में कहा, हम राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति ला रहे हैं जिसे सरकार को दिया जाएगा. दोनों ही मसौदा दस्तावेज तैयार है और उम्मीद है कि हम जल्द ही उन्हें जारी करेंगे.