West Bengal: जब इमाम को मिल रहा भत्ता तो हमें क्यों नहीं? पुजारियों ने जताई नाराजगी
West Bengal: दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग ब्लॉक में 100 के गरीब ब्राह्मण परिवार रहते हैं. कोरोना लॉकडाउन के चलते इन सभी के लिए परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया है.
दक्षिण 24 परगना: पश्चिम बंगाल में इमाम को भत्ता मिल रहा है, लेकिन ब्राह्मण सम्प्रदाय को किसी प्रकार का भत्ता नहीं मिल रहा है और यही भत्ता न मिलने पर ब्राह्मण सम्प्रदाय के लोगों ने अपना रोष प्रकट किया.
कोरोना लॉकडाउन के चलते सामने आया बड़ा संकट
राज्य सरकार ने ब्राह्मणों के लिए 1000 रुपये भत्ता देने की घोषणा तो कर दी थी, लेकिन आज भी लम्बे समय से इस पैसे का इंतजार कर रहे हैं और इसीलिए ब्राह्मण सम्प्रदाय के लोगों ने सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. ब्राह्मण समाज का आरोप है कि सरकार ने घोषणा की, लेकिन आज तक उन्हें यह पैसा नहीं मिला.
दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग ब्लॉक में 100 के गरीब ब्राह्मण परिवार रहते हैं. कोरोना लॉकडाउन के चलते इन सभी के लिए परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया है क्योंकि, सभी मंदिर बंद हैं जिसके चलते कोई भी अब पूजा-अर्चना के लिए नहीं आता और इसी के चलते अब ये परिवार दाने-दाने को मोहताज है.
ब्राह्मण कार्ड मुहैया करवाने की बात
इतना ही नहीं, इन सभी को ब्राह्मण से सरकार ने 200 रुपये भी लिए थे ताकि इनको ब्राह्मण कार्ड मुहैया करवा सके. लेकिन आज तक वो कार्ड भी इन ब्राह्मणों को नहीं मिला. इन लोगों की सरकार से गुहार है कि अगर सरकार उन्हें भत्ता दे, तो कम से कम यह लोग अपने परिवार का पेट अच्छे से पाल सकेंगे और सुख से जीवन व्यतीत कर सकेंगे.
नहीं हो पा रहा परिवार का गुजारा
इसका ठीक उल्टा यह भी हो रहा है कि साल 2012 से लगातार भत्ता दिया जा रहा है. इमाम और मौलवियों को इन लोगों को 2500 भत्ता दिया जा रहा है और मोअज़्ज़म को 1000 रुपये अलग से दिया जाता है, लेकिन इसमें भी इमाम लोगों की मांग है कि इतने कम पैसे में इनके परिवार का गुज़ारा नहीं हो पा रहा है और अगर सरकार इनके भत्ते को थोड़ा सा और बढ़ा दे, तो बहुत उपकार होगा. ऐसा मुस्लिम सम्प्रदाय के इमाम ने बताया.
साथ ही इमाम ने कहा कि ब्राह्मणों को भी भत्ता मिलना चाहिए क्योंकि, उनके भी परिवार हैं.