कोलकाताः पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने उनपर संविधान का अनादर करने का आरोप लगाने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं से कहा, ‘‘उन्हें आइने में अपना चेहरा देखना चाहिए .’’ बहरहाल, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए राज्यपाल के संवैधानिक पद को अपने पार्टी कार्यालय में बदल दिया है . त्रिपाठी ने कहा, ‘‘उन्हें वाशरूम जाना चाहिए, आइने में अपना चेहरा देखकर, चेहरे से गर्द हटानी चाहिए. राज्यपाल के पद पर कीचड़ उछालना बंद करना चाहिए .’’


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उन्होंने यह तब कहा जब संवाददाताओं ने राज्यपाल से तृणमूल कांग्रेस की आलोचना पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी. राज्य के शहरी विकास मंत्री फरहद हाकिम ने कहा, ‘‘ऐसे उदाहरण हैं जब नेताओं को राज्यपाल नियुक्त किया गया. लेकिन (राज्यपाल द्वारा) सरकार के कामकाज में इतना हस्तक्षेप अतीत में कभी नहीं देखा गया. हम इसके खिलाफ विरोध कर रहे हैं .’’


पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि राज्यपाल ने मालदा के मंडल आयुक्त को पत्र लिखकर बांग्लादेश के साथ लगे जिले में कानून-व्यवस्था और राज्य और केंद्र की विकास योजनाओं पर एक बैठक बुलाने का निर्देश दिया था. ओ ब्रायन ने भी कहा था कि त्रिपाठी एकतरफा काम नहीं कर सकते और कहा कि उन्हें नियम और कायदे का पालन करना चाहिए.


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 पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि अधिकारी को पत्र लिखकर उन्होंने संविधान का उल्लंघन किया है . खास जिक्र करते हुए मंत्री ने सदन में कहा था कि राज्यपाल पद की गरिमा को चोट पहुंची है .