First Budget in Amrit Kaal 2023: वित्‍त वर्ष 2023-24 के लिए फाइनेंस मिनिस्‍टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) संसद में बजट भाषण दे रही हैं. इस बजट स्‍पीच में उन्‍होंने कई वर्ग के लिए किए जाने वाले काम के बारे में बताया. इसके साथ एक शब्‍द अमृत काल (Amrit Kaal) की बहुत चर्चा हो रही है. क्‍या आप जानते हैं कि बजट भाषण में इसका उल्‍लेख करने का क्‍या मतलब है? इससे पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शब्‍द का इस्‍तेमाल कर चुके हैं. आइए जानते हैं प्रधान मंत्री ने ये शब्‍द कब कहा था और ये भी जानते हैं कि इस शब्‍द की उत्पत्ति कहां से हुई है?   


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इस स्वतंत्रता दिवस पर प्रधान मंत्री ने कहां


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार इस शब्‍द का इस्‍तेमाल 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में किया था. उस वक्‍त ही उन्‍होंने 25 सालों के लिए देश के लिए का नया रोडमैप जारी किया था. उस समय प्रधान मंत्री ने कहा था कि अमृत काल का उद्देश्य भारत के नागरिकों के जीवन में सुधार करना है. यहां के गांवों और शहरों के बीच जो विभाजन है. उसे कम करना है और लोगों की जिंदगी में सरकार के हस्तक्षेप को कम करना है. इसके अलावा नई तकनीक का स्वागत करना है.


नई यात्रा हुई शुरू


उस समय प्रधान मंत्री ने कहा था कि यहां से अगले 25 साल की यात्रा, नए भारत का अमृत काल है. ये अमृत काल हमारे संकल्पों की पूर्ति करेगा और हमें आजादी के 100 साल तक ले जाएगा, भारत ने तेजी से प्रगति की है, ऐसे में विकास की 'संतृप्ति' होनी चाहिए और हर गांव में सड़कें होनी चाहिए. इसके अलावा सभी परिवार के पास बैंक खाता हो और हर पात्रता वाले व्यक्ति के पास स्वास्थ्य बीमा कार्ड और गैस कनेक्शन होना चाहिए.


कहां से आया अमृत काल


अमृत काल शब्‍द बहुत ही प्राचीन शब्‍द है. इसकी उत्‍पत्ति वैदिक ज्योतिष से मानी जाती है. अमृत काल का मतलब होता है कि जब अमानवीय, देवदूतों और मनुष्यों के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा सुख के द्वार खुलते हैं. नया काम शुरू करने के लिए अमृत काल को सबसे अच्छा और सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है.


 


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