Central Vista Project: मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल (Governor) सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) पिछले काफी समय ऐसे बयान देते रहे हैं जो मोदी सरकार को मुश्किल में डाल देते हैं. वह केंद्र की कई योजनाओं और फैसलों का खुलकर विरोध कर चुके हैं. इस बार उन्होंने ‘राजपथ’ (Rajpath) का नाम बदलने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सत्यपाल मलिक ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर तंज कसते हुए कहा कि वह हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं, इस बार कुछ नहीं रहा होगा तो राजपथ का नाम बदलकर उसका उद्घाटन कर दिया. बुलंदशहर के गांव मूढ़ी बकापुर में एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘राजपथ’ अंग्रेजों का दिया हुआ नाम नहीं है इसलिए नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं थी.  कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा, ‘वह अच्छा काम कर रहे हैं. उन्हें मेरी शुभकामनाएं हैं.’


इस्तीफा मेरी जेब में पड़ा है
मेघालय के राज्यपाल ने कहा कि किसान आंदोलन के बाद से उनकी जेब में इस्तीफा पड़ा है. जब भी उनसे कहा जाएगा कि उनकी बातों से सरकार को नुकसान पहुंच रहा है तो वह इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने एक बार फिर एमएसपी का मुद्दा उठाया और कहा कि अगर एमएसपी लागू नहीं हुई तो जंग किसानों और सरकार के बीच एक बड़ी लड़ाई छिड़ना तय है.


पीएम मोदी ने राजपथ को गुलामी का प्रतीक बताया
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट के बीच के मार्ग ‘कर्तव्य पथ’ (Kartavya Path) का उद्घाटन किया जिसे ‘पहले राजपथ’ के नाम से जाना जाता था. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी का प्रतीक किंग्स-वे यानि ‘राजपथ’ आज से इतिहास की बात हो गया है और हमेशा के लिए मिट गया है.


पीएम मोदी ने कहा, ‘‘‘आज कर्तव्य पथ के रूप में नए इतिहास का सृजन हुआ है. मैं सभी देशवासियों को आजादी के इस अमृतकाल में गुलामी की एक और पहचान से मुक्ति के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.’’ पीएम मोदी ने इंडिया गेट (India Gate) के पास नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की भव्य प्रतिमा का अनावरण भी किया.



ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi  पर