Narayan Sakar Hari Bhole Baba: हाथरस के लोगों के दिलोदिमाग पर एक फर्जी बाबा के जुटान में 123 लोगों की मौत की खबर से जो घाव लगा है. उसे भरने में लंबा वक्त लगेगा. वहीं बाबा के वकीलों औक करीबियों का कहना है कि वो फरार नहीं बल्कि अपने आश्रम में है. जब पुलिस बुलाएगी, चले जाएंगे. हाथरस हादसे से (Hathras Stamped) के मुख्य आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया. यूपी पुलिस की एसटीएफ (STF) ने दिल्ली के एक अस्पताल से उसे पकड़ लिया. जहां वो इलाज कराने के नाम पर गया था. इस तरह इस मामले में अबतक सात लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है. 


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कौन हैं देव प्रकाश मधुकर?


बाबा के कथित सतसंग में 123 लोगों की जान चली गई उसका मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर हाथरस का ही रहने वाला है. वह काफी लंबे समय से बाबा के टच में था. हाथरस हेडक्वार्टर का सारा काम उसके जिम्मे था. रिपोर्ट्स के मुताबिक सेवादार का चोला ओढ़कर मधुकर बाबा के लिए आने वाली फंडिंग समेत हर काम पर अपनी पैनी नजर रखता था. सिकंदरामऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दमदमपुरा की न्यू कॉलोनी में उसका घर है. घटना के बाद से वो अपने पूरे परिवार के साथ फरार था. जिस सत्संग में यह हादसा हुआ उसका मुख्य आयोजनकर्ता यही था.


जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के संचालन में 78 लोग शामिल थे.देव प्रकाश मधुकर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126, 223, 238 के तहत केस दर्ज किया है. देव प्रकाश मधुकर भोले बाबा का बेहद करीबी बताया जाता है. 


इस बीच बाबा सूरजपाल के वकील होने का दावा करने वाले सीनियर एडवोकेट एपी सिंह ने नया दावा किया है कि उन्होंने हाथरस कांड के मुख्य आरोपी आयोजन करता वेद प्रकाश मधुकर को पुलिस के सामने सरेंडर करवाया है. सिंह ने कहा, 'मधुकर की तबीयत खराब थी इसलिए वो लगातार पुलिस के संपर्क में था. मधुकर पहले से स्टेबल है और इसी वजह से पुलिस के पास है. हालांकि यूपी पुलिस ने अभी इस गिरफ्तारी पर कोई बयान नहीं दिया है.


बाबा के मायालोक पर लगातार हो रहे खुलासे


बीमार बाबा के लिए आश्रम में ले जाए गए जामुन. मैनपुरी के जिस आश्रम में बाबा के छिपे होने की अटकले हैं, वहां लगातार खाने-पीने की चीजें सप्लाई हो रही हैं. बिछवां में पिछले 72 घंटों से भोले बाबा बिछवां आश्रम मेंअघोषित रूप से हाउस अरेस्ट है. बाबा के आश्रम में 40 से 50 लोग और दर्जनभर गाड़ियां हैं. बाबा बीमार हैं. इस बात का खुलासा उनके अधिवक्ता ने कर दिया है. हालांकि कोई डॉक्टर तो अंदर नहीं गया है लेकिन बाबा डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कम करनेके लिए जामुन मंगाकर खा रहा है. सेवादार गोपनीय रूप से बाबा के लिए जामुन लेजा रहे हैं. इसके अलावा दशहरी आम भी आश्रम के अंदर ले जाए गए हैं,आश्रम में मौजूद लोगों के खाने-पीनेका स्टॉक धीरे-धीरे कम हो रहा है. दालें और सब्जियां खत्म होने की तरफ बढ़ गई हैं. आश्रम में दूध की सप्लाई लगभग बंद है. इन जरूरतों को पूरा करनेके लिए दिन और रात के समय जो दो सेतीन गाड़ियां आश्रम से निकलती हैं. उन्हीं में सप्लाई बाजार से खरीदकर अंदर लेजायी जाती हैं.


इस मामले में पुलिस की जांच जारी है. बाबा अब कब बाहर आकर अपने चेलों से मिलेगा इसे लेकर भी तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं.