Anurag Thakur News: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश को 2024 तक कम से कम 1 लाख ड्रोन पायलटों की जरुरत होगी. उन्होंने कहा कि रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य (दवाओं की ड्रोन डिलीवरी) और मनोरंजन सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए ड्रोन तकनीक आवश्यक है. वह चेन्नई में 'ड्रोन यात्रा 2.0' को हरी झंडी दिखाने के बाद बोल रहे थे.


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केंद्रीय मंत्री ने चेन्नई के थालंबूर स्थित अग्नि कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में ड्रोन विनिर्माण से जुड़े स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस द्वारा आयोजित पहले ‘ड्रोन कौशल एवं प्रशिक्षण सम्मेलन’ के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘भारत दुनिया का वैश्विक ‘ड्रोन हब’ बनने की राह पर है और केंद्र युवाओं को ड्रोन प्रौद्योगिकी के प्रशिक्षण में निवेश करना जारी रखे हुए है.’


अनुराग ठाकुर ने,  'ऑपरेशन 777' को भी हरी झंडी दिखाई, जिसका उद्देश्य भारत के 777 जिलों में विभिन्न कृषि उपयोगों के लिए ड्रोन की प्रभावकारिता को शिक्षित और प्रदर्शित करना है.


केंद्रीय मंत्री ने अनुमान जताया कि भारत को 2023 में कम से कम 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता होगी और प्रत्येक पायलट कम से कम 50,000-80,000 रुपये प्रति माह कमाएगा. उन्होंने कहा, ‘यदि आप 1 लाख युवाओं के लिए 50,000 रुपये प्रति माह के औसत को पूरे वर्ष के लिए लेते हैं, तो यह ड्रोन क्षेत्र में 6000 करोड़ रुपये के रोजगार के बराबर होगा.’


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