Earthquake in Delhi-NCR: एकबार फिर दिल्ली एनसीआर में गुरुवार की शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. गुरुवार की शाम करीब 7:59 पर भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर समेत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और जम्मू कश्मीर में भी महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 बताई जा रही है. इस बार भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदुकुश इलाका रहा है. यहां पर 5.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है. भूकंप के झटकों की वजह से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि अक्सर जब भी भूकंप आता है तब उसका केंद्र पाकिस्तान और अफगानिस्तान का हिंदुकुश का इलाका ही क्यों होता है?


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वैज्ञानिकों ने बताई वजह


लगातार आ रहे इन भूकंप के झटकों को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि पाकिस्तान से लेकर भारत के उत्तर-पूर्व तक हिमालय की बेल्ट में भूकंप का आना एक आम बात है. एक्सपर्ट्स की मानें तो हिमालय के नीचे भारी ऊर्जा इकट्ठा हो रही है जिसकी वजह से यह झटके महसूस किए जाते हैं. एक्सपर्ट्स ने बताया कि इंडियन टेक्टोनिक प्लेट हर साल 15 से 20 मिली मीटर तिब्बती प्लेट की तरफ बढ़ रहा है यानी जमीन के बड़े हिस्से को एक दूसरा बड़ा हिस्सा धकेल रहा है, जब तिब्बत प्लेट इस धक्के से आगे नहीं जाता है, तब वह ऊर्जा प्लेटों के नीचे इकट्ठी होने लगती है और यही उर्जा छोटे-छोटे भूकंप के रूप में बाहर आती है.



इंडियन प्लेट धीरे-धीरे खिसक रही है


एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यह ऊर्जा अचानक से बाहर आती है तो एक बहुत भयानक भूकंप आने की संभावना है. उनका कहना है कि 1 दिन ऐसा भी हो सकता है जब सारे महाद्वीप मिलकर एक हो जाएंगे क्योंकि इंडियन प्लेट धीरे-धीरे अपनी जगह से आगे की ओर खिसक रहा है. हालांकि इस चीज के को होने में सालों लग जाएंगे और उस समय इंसान धरती पर मौजूद होंगे या नहीं इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है.


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