UP News: मुख्तार- अतीक की कब्जाई जमीनों पर ये क्या कर रहे सीएम योगी? चाहकर भी विरोध नहीं कर पा रहे विपक्षी
Yogi Adityanath Update News: मारे जा चुके माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की कब्जाई जमीन पर सीएम योगी ने कुछ ऐसा काम कर दिया है कि प्रदेशभर की जनता अब उनकी वाहवाही कर रही है.
Yogi Adityanath Bulldozer Policy: यूपी में बाबा का बुल़डोजर ऐसा चला कि बड़े बड़े माफियाओं की काली कमाई मिट्टी में मिल गई. माफियाओं के अवैध कब्जों को योगी सरकार ने समतल कर दिया है. लेकिन बुलडोजर कार्रवाई के बाद उन जमीनों पर क्या हो रहा है, आज हम इस बारे में आपको बताते हैं.
लखनऊ के डाली बाग के एक प्लॉट पर कुछ अरसा पहले तक मुख्तार का नाम टंगा होता था. लेकिन अब वहां एक आलीशान मकान खड़ा है. योगी आदित्यनाथ सरकार ने यहां गरीबों के लिए आवास बनवाया है.
मुख्तार के कब्जाए प्लॉट पर बन रहे सरकारी फ्लैट
लखनऊ विकास प्राधिकरण प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 300 स्क्वायर फीट में 76 फ्लैट तैयार कर रहा है, जो कि लॉटरी के माध्यम से गरीबों को दिए जाएंगे. फ्लैट की कीमत 7.5 लाख रुपये होगी लेकिन सरकार की तरफ से ढाई लाख की सब्सिडी भी मिलेगी, ऐसे में यह मकान 5 लाख के पड़ेंगे.
लॉटरी सिस्टम से गरीबों को मिलेंगे मकान
अब बस तीन महीने में ये मकान बनकर तैयार हो जाएंगे और लॉटरी सिस्टम के हिसाब से इन मकानों को गरीबों को सौंप दिया जाएगा. दरअसल साल 2020 में योगी सरकार ने इस जमीन को मुख्तार अंसारी के कब्जे से मुक्त करवाया था. इसके बाद जांच में इस जमीन की असल कहानी सामने आई थी. असल में मुख्तार ने आजादी के बाद खाली पड़े प्लॉट को अपनी मां के नाम करवाया था.
अतीक से छुड़ाई जमीन पर बना स्टेडियम
ये ऐसा पहला प्लॉट नहीं है, जिसे योगी सरकार ने माफियाओं से मुक्त करवाकर गरीबों के आवास से गुलजार किया है बल्कि पूरे प्रदेश में ये कार्रवाई की जा रही है. प्रयागराज के लूकरगंज में मुक्त कराई गई जमीन पर 76 फ्लैट बनाए जा रहे हैं. प्रयागराज में ही अतीक के गुर्गे के कब्जे से छुड़ाई जमीन पर स्टेडियम बना है.
'जहां दिखे अवैध कब्जा, कर डालो ध्वस्त'
योगी राज में 67 हजार एकड़ से ज्यादा की जमीन को अतिक्रमण से छुड़ाया गया है. योगी सरकार में भूमाफियाओं की मानो शामत आई हुई है. बाबा के बुलडोजरों को सख्त हिदायत है कि जहां भी अवैध कब्जा दिखे, उसे ध्वस्त किया जाए. बुलडोजर कार्रवाई के बाद अब इन जमीनों पर गरीबों के लिए आशियाने बनकर तैयार हैं.
(प्रयागराज से मयूर शुक्ला की रिपोर्ट)