India And Bharat In NCERT Book: केंद्र की सत्ता से बाहर चल रही 26 पार्टियों ने मिलकर एक गठबंधन तैयार किया. जब विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. रखा तो बहस शुरू हुई और बीजेपी ने इसे 'भारत' के जरिए काउंट किया. इस बीच खबर आई कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद  (NCERT) के किताबों में INDIA की जगह भारत नाम लिखा जाएगा. पक्ष और विपक्ष में इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा.


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सरकार ने संसद में अपनी बात रखी


राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद में इंडिया को भारत करने को लेकर सरकार ने संसद में अपनी बात रखी है. भारत सरकार ने राज्य सभा में कहा कि NCERT इंडिया और भारत के बीच अंतर नहीं करती है बल्कि संविधान में निहित भावना को स्वीकार करती है. जहां दोनों को मान्यता दी गई है. शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने वामपंथी दलों से ताल्लुक रखने वाले संतोष कुमार पी और इलामाराम करीम के एक सवाल पर यह जानकारी दी है.


मंत्री ने क्या दिया जवाब?


सरकार से सवाल किया गया था कि क्या सरकार को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के पैनल से पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ की जगह भारत शब्द का प्रयोग करने की कोई सिफारिश प्राप्त हुई है? राज्यसभा में इसका जवाब में शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने  दिया. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद-1 में बताया गया है कि इंडिया, जोकि भारत है, राज्यों का एक संघ होगा.


'इंडिया' और 'भारत' दोनों को आधिकारिक नाम स्वीकार


सरकार ने कहा कि हमारा संविधान 'इंडिया' और 'भारत' दोनों को आधिकारिक नामों के रूप में मान्यता देता है. इन नामों का परस्पर इस्तेमाल किया जा सकता है. एनसीईआरटी हमारे संविधान में निहित इस भावना को स्वीकार करती है. इसके साथ ही वह दोनों के बीच अंतर नहीं करती है.


औपनिवेशिक मानसिकता से रहें दूर


राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आगे कहा कि  हम धीरे धीरे औपनिवेशिक मानसिकता दूर हट रहे हैं और भारतीय भाषाओं में शब्दों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं. बात स्कूली पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों की करें तो NCERT भी इसे आगे बढ़ाने में काम करता है.


(इनपुट: एजेंसी)