Wrestlers Protest: `गंगा में मेडल बहाने से कुछ नहीं मिलेगा, पुलिस को सबूत दो`, पहलवानों पर बरसे बृजभूषण
Who is Brijbhushan Singh: बृजभूषण ने यह भी दावा किया कि 85 प्रतिशत हरियाणा उनके साथ है. जब 1975 में आपातकाल लगा था, तब मैं भी जेल गया था. 6 दशक बाद मुझे समर्थन मिल रहा है, वो किसी और को नहीं मिला. मेरे साथ सिर्फ क्षत्रिय ही नहीं बल्कि तेली, मुसलमान, गडरिया और ब्राह्मण भी खड़े हैं.
Wrestlers Vs Brijbhushan Singh: बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उन पर ये आरोप इसलिए लगा दिए गए क्योंकि भगवान उनसे कोई बड़ा काम कराना चाहते हैं. बृजभूषण ने एक बार फिर कहा कि मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित हुआ तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं.
बृजभूषण ने कहा, आरोप लगाए जाने के बाद से मैं पूछ रहा हूं कि ये सब कहां और कब हुआ. मैं अयोध्या से हूं, जहां वचन के लिए प्राण दे दिए जाते हैं. मुझ पर आरोप लगे 4 महीने हो चुके हैं. मैं फिर दोहरा रहा हूं कि मुझ पर एक भी आरोप साबित हुआ तो फांसी पर झूल जाऊंगा. मैं अपने बयान पर आज भी बरकरार हूं.
वहीं पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने को उन्होंने इमोशनल ड्रामा बताया. बृजभूषण ने कहा, गंगा में मेडल बहाने से कुछ हासिल नहीं होगा. यह इमोशनल ड्रामा है. पुलिस को सबूत दो. कोर्ट मुझे फांसी पर चढ़ा देगा.
'...तो राम को वनवास नहीं होता'
कबीर दास का हवाला देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा, इस कलयुग में कुछ भी मुमकिन है. इसलिए मैं भी भिड़ गया. उन्होंने कहा, राम के वनवास का श्रेय मंथरा और कैकेई को देना चाहिए क्योंकि राम वनवास नहीं जाते तो इतिहास कैसे बनता.
बृजभूषण ने आगे कहा, इन बच्चों की कामयाबी में मेरा हाथ है. मेरा इनसे बैर नहीं है. ये 10 दिन पहले मुझे अपनी कामयाबी का श्रेय दे रहे थे. मेरे कार्यकाल में ओलंपिक के 7 में से 5 मेडल आए. जो टीम कभी 18वें पायदान पर थी, वो 5वें नंबर पर आ गई. अब मुझे आगे बड़ा काम करना है.
उन्होंने कहा कि संतों का 5 जून को एक बड़ा प्रोग्राम है. सिर्फ गुनाह करने वाला ही गुनहगार नहीं होता, जो खामोश है, वह भी गुनहगार होता है.
'85 प्रतिशत हरियाणा मेरे साथ'
बृजभूषण ने यह भी दावा किया कि 85 प्रतिशत हरियाणा उनके साथ है. जब 1975 में आपातकाल लगा था, तब मैं भी जेल गया था. 6 दशक बाद मुझे समर्थन मिल रहा है, वो किसी और को नहीं मिला. मेरे साथ सिर्फ क्षत्रिय ही नहीं बल्कि तेली, मुसलमान, गडरिया और ब्राह्मण भी खड़े हैं. जहां से मुझे समर्थन नहीं मिलता हो, ऐसा कोई प्रांत नहीं.
गंगा में मेडल बहाने पहुंचे थे पहलवान
बता दें मंगलवार को पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया हरिद्वार में अपने मेडल बहाने पहुंचे थे. लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत के समझाए जाने के बाद उन्होंने फैसला बदल लिया. इसके साथ ही नरेश टिकैत ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम भी दिया है.