Yamuna Flood: नोएडा की बाढ़ में लोगों ने बचाई इस बैल की जान, कीमत के आगे BMW X5 भी फेल
Delhi Flood: दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का भयावह रूप अब लोगों को डराने लगा है. बाढ़ की वजह से दिल्ली वालों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई मकान और प्रमुख सड़कें बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गई हैं. यमुना नदी में पानी का स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है.
Delhi Flood: दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का भयावह रूप अब लोगों को डराने लगा है. बाढ़ की वजह से दिल्ली वालों को काफी नुकसान पहुंचा है. कई मकान और प्रमुख सड़कें बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गई हैं. यमुना नदी में पानी का स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. इस बीच बाढ़ से जुड़ा एक चौंका देने वाला घटनाक्रम सामने आया है. एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे बैल प्रीतम को बचाया है. इस बैल की कीमत एक करोड़ रुपये है.
नोएडा में बाढ़ के बीच फंसे जानवरों के साथ 'प्रीतम' वंश के इस बैल को एनडीआरएफ की टीम ने बचाया. गाजियाबाद में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 8वीं बटालियन ने इस रेस्क्यू ऑपरेश की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, "टीम @8Ndrfगाजियाबाद ने 1 करोड़ की कीमत वाले भारत के नंबर 1 बैल "प्रीतम" सहित 3 मवेशियों को नोएडा में सुरक्षित बचाया है. एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की जान बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.''
टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है. इसमें देखा जा सकता है कि दो भैंसों को बचाने के लिए एनडीआरएफ कर्मी मेहनत कर रहे हैं. बता दें कि यमुना का बढ़ता जलस्तर प्रशासन की गले की फांस बनता जा रहा है. नोएडा में नदी के किनारे की लगभग 550 हेक्टेयर जमीन जलमग्न हो गई है. जिसके बाद 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. यमुना में आई बाढ़ के कारण आठ गांव प्रभावित हुए हैं.
रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि मवेशी, कुत्ते, खरगोश, बत्तख, मुर्गे और गिनी सूअर सहित लगभग 6,000 जानवरों को भी गुरुवार से जलमग्न इलाकों से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. इन क्षेत्रों में बाढ़ ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यमुना का जलस्तर घटकर 207.68 मीटर पर आ गया है, जो अभी भी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर है.
वहीं, दिल्ली में बाढ़ की स्थिति की बात करें तो आईटीओ और राजघाट सहित शहर के प्रमुख इलाकों में पानी भर जाने के कारण सेना को बुलाया गया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ का पानी निकालने में मदद के लिए यमुना बैराज के पांच गेट खोलने का काम चल रहा है. केजरीवाल ने कहा, "आईटीओ बैराज का पहला जाम गेट खोल दिया गया है. जल्द ही सभी पांच गेट खोल दिए जाएंगे."
उन्होंने कहा, "यमुना में पानी का स्तर घट रहा है. अगर बारिश नहीं हुई तो स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी. अगर बारिश होती है, तो इसमें थोड़ा अधिक समय लग सकता है."
(एजेंसी इनपुट के साथ)