बड़ा फैसला! दंगाइयों से निपटने के लिए बेंगलुरु से वॉशिंगटन तक `योगी मॉडल` की चर्चा
बेंगलुरु (Bengaluru) से वॉशिंगटन (Washington) तक `योगी मॉडल` की चर्चा हो रही है. दरअसल बैंगलुरु दंगे पर कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला किया है. उत्तर प्रदेश के बाद अब यहां भी दोषियों की संपत्ति ज़ब्त कर नुकसान की भरपाई होगी.
बेंगलुरु: बेंगलुरु (Bengaluru) से वॉशिंगटन (Washington) तक 'योगी मॉडल' की चर्चा हो रही है. दरअसल बैंगलुरु दंगे पर कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला किया है. उत्तर प्रदेश के बाद अब यहां भी दोषियों की संपत्ति ज़ब्त कर नुकसान की भरपाई होगी. सरकार ने बैंगलुरू दंगे को सुनियोजित साजिश बताते हुए एक घंटे से ज्यादा वक्त तक पेट्रोल बम फेंके जाने का दावा किया है. 11 अगस्त की रात जिस तरह से भारत में दंगों की दुकान चलाने वालों ने कर्नाटक की राजधानी बैंगलरू के दामन पर दंगे का जो दाग लगाया उससे आईटी (IT) हब कहे जाने वाले बैंगलरू के लोग अब तक हैरान और परेशान हैं. उनका दर्द है कि दुनिया को आईटी सोल्यूशन देने वाली इस शहर को आखिर सोशल मीडिया पर फैले मैसेज की वजह से एक वर्ग विशेष के लोगों ने जला दिया.
बेंगलुरु में साजिश
शहर के पुलाकेशी नगर इलाके को जला दिया गया. 2 पुलिस स्टेशन में आग लगा दी गई थी.आरोप के मुताबिक बेंगलुरु के एक स्थानीय कांग्रेस (INC) विधायक श्रीनिवास मूर्ति ( MLA Srinivas Murthy) के रिश्तेदार ने फेसबुक (Facebook) पर पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad ) पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी (Post) लिखी थी. जिसके बाद धर्म विशेष की भीड़ ने हिंसा फैलाई. और विधायक के घर पर हमला करके उसे आग के हवाले कर दिया गया. कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने येदियुरप्पा सरकार से सुरक्षा की मांग की है. श्रीनिवास मूर्ति ने कहा, दंगाइयों ने उनके घर पर पेट्रोल बम फेंके और टायर जलाए. दंगों के आरोप में अब तक 146 लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं. डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाके में कल सुबह तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था इन दंगों में 3 लोगों की मौत हुई
गृहमंत्री का बयान
दंगाईयों से पाई-पाई का हिसाब लेने के लिए कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा है, कि दंगों के दोषियों की संपत्ति जब्त करके नुकसान की भरपाई की जाएगी.कर्नाटक सरकार के इस फैसले की जड़ में उत्तर प्रदेश सरकार का योगी मॉडल है जिसकी चर्चा इस देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में हो चुकी है. कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री सीटी रवि ने कहा है, कि बैंगलुरू में हुआ दंगा सुनियोजित साजिश थी, जिसके पीछे SDPI के पार्षद मुज्जमिल पाशा का हाथ हो सकता है. आपको बता दें कि एसडीपीआई (SDPI), दिल्ली (Delhi), यूपी (UP) में दंगों की साजिश के आरोपी पीएफआई (PFI) का सहयोगी संगठन है.
विदेश में चर्चा-
यूपी में दंगाइयों से वसूली की मुनादी वाले पोस्टर चौराहों पर लगाए गए. इसके बाद अमेरिका में हुए दंगा में वॉशिंगटन में दंगाइयों के पोस्टर लगे. अब कर्नाटक में दंगाइयों की खैर नहीं है. यहां भी सरकार जल्द ही वसूली करने जा रही है.
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