वाई एस शर्मिला ने राहुल गांधी को दी जन्मदिन की बधाई, YSRTP के कांग्रेस में विलय की अटकलों ने पकड़ा जोर
Telangana Politics: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह खम्मम जिले के पलेयर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी.
Telangana Assembly Elections: वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) के कांग्रेस में विलय की बढ़ती चर्चा के बीच वाई.एस. शर्मिला ने सोमवार को राहुल गांधी को उनके जन्मदिन की बधाई दी. वाईएसआरटीपी नेता ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई दी और उनके देश के लोगों के लिए समर्पित अथक प्रयासों में सफलता की कामना की.
शर्मिला ने ट्वीट किया, श्री राहुल गांधी जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं. आप अपनी दृढ़ता और धैर्य से लोगों को प्रेरित करते रहें और अपने सच्चे प्रयासों से उनकी सेवा करते रहें. आपके अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और सफलता की कामना करता हूं.
गौरतलब है कि इस साल के अंत में होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ वाईएसआरटीपी के विलय की चर्चा चल रही है. सूत्रों ने पुष्टि की कि विलय सौदे के लिए शर्मिला और कांग्रेस नेताओं के बीच बातचीत चल रही थी.
विलय के लिए शर्मिला तैयार
संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी (वाईएसआर) की बेटी वाईएसआरटीपी नेता को विलय के लिए तैयार बताया जा रहा है. सूत्रों ने बताया, इसके बदले में कांग्रेस उन्हें और उनके कुछ करीबी समर्थकों को तेलंगाना विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट देगी.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह खम्मम जिले के पलेयर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी. वाईएसआरटीपी के कुछ अन्य नेताओं को भी कांग्रेस का टिकट मिलने की संभावना है.
शिवकुमार से शर्मिला कई बार मिल चुकी हैं
विलय या संभावित गठबंधन का एक संकेत तब मिला, जब पड़ोसी राज्य में कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बाद शर्मिला ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से कई बार मुलाकात की.
दोनों के बीच आखिरी मुलाकात 29 मई को बेंगलुरु में हुई थी. उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत में शिवकुमार की भूमिका की सराहना की. यह बैठक महत्वपूर्ण थी, क्योंकि शिवकुमार के छोटे दलों के साथ गठबंधन करके और अतीत में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को वापस लाकर तेलंगाना में कांग्रेस को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाने की संभावना है. शिवकुमार के दिवंगत वाईएसआर और उनके परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध थे.
शर्मिला ने यह भी कहा था कि आगामी चुनावों में केसीआर के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराने के लिए उनकी पार्टी किसी से भी बातचीत के लिए तैयार है. उन्होंने तेलंगाना में 'राजन्ना राज्यम' को वापस लाने का वादा करते हुए 2021 में वाईएसआरटीपी की स्थापना की थी. 'राजन्ना राज्यम' वाईएसआर के शासन का एक संदर्भ है, जिसके दौरान किसानों और गरीबों के लिए कई क्रांतिकारी कल्याणकारी उपाय लागू किए गए थे.
(इनपुट: न्यूज एजेंसी - IANS)