Zee News DNA on Corona New Variant: भारत समेत दुनिया भर में लोग Christmas और नये साल के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं. बाजारों और Mall में भीड़ भी बढ़ रही है लेकिन इस बीच भारत समेत दुनिया के 40 देशों से खतरे का Alert आया है. इसलिए सतर्क हो जाइए क्योंकि कोरोना नये रूप में लौट रहा है. 


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कोविड का नया JN.1 Variant अब तक 40 देशों में फैल चुका है. चिंता की बात ये है कि भारत में इस Strain के 21 Active मामले मौजूद हैं. पिछले दो हफ्ते में कोविड की वजह से 16 लोगों की मौत भी हुई है. इस नए sub- variant की खास बात ये है कि ये दूसरे Strain की तुलना में बहुत तेजी से फैलता है.


केरल में 13 दिसंबर को मिला पहला मरीज


भारत में कोरोना वायरस के नए Strain का पहला मरीज़ 13 दिसंबर को केरल में मिला था. जब उन्यासी वर्ष का एक व्यक्ति Covid Positive पाया गया था. जांच में पता चला कि वो नए Variant JN.1 से पीड़ित था. पिछले 24 घंटे में केरल में कोरोना संक्रमण के करीब 300 ((292)) नए मामले सामने आए हैं...और 3 लोगों की मौत हुई है. जबकि इस समय पूरे देश में covid के करीब 2300 active case हैं, जिसमें 341 नए मामले दर्ज किए गये हैं... गोवा और कर्नाटक में भी कोविड के नये मामले दर्ज किए गये हैं. 


देश में कोरोना के बढ़ते मामले इसलिए भी गंभीर चिंता का विषय हैं, क्योंकि कोविड का नया Variant JN.1 तेजी से फैलता है और ये Vaccine की Immunity को भी भेद सकता है. केरल के बाद दूसरे राज्यों में भी JN.1 VARIANT के मामले मिलने के बाद राज्य सरकारें Alert हैं. 


देश में फिर से बढ़ने लगे कोरोना के मामले


देश में कोरोना के मामले एक बार फिर रफ़्तार पकड़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में करीब 341 नये मामले दर्ज किए गये हैं. जिनमें 21 मामले कोरोना के नये VARIANT JN.1 के हैं. कोविड का नया VARIANT इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि ये ओमिक्रॉन का ही सब VARIANT है... और बेहद तेजी से फैलता है. इस नये VARIANT की गंभीरता का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं, क्योंकि पिछले 2 हफ्तें में 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इसीलिए राजधानी दिल्ली समेत की दूसरे राज्यों में Alert है. इस बीच कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बैठक की. जिसमें राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री भी शामिल हुए. 


आज हुई मीटिंग में कोविड पर गंभीर चर्चा हुई. 2300 से ज़्यादा एक्टिव केस है. एक महीने पहले के मुकाबले केस बढे हुए हैं. बीमारी हल्की है. दो हफ्ते में 16 मौतें है. BA 2.86 का सब टाइप है जेएन वन. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में इस समय कुल एक्टिव मामलों की संख्या 2300 से ज़्यादा है. इसमें 21 मामलों में जेएन 1 variant की पुष्टि हो गई है... केरल और कर्नाटक में राज्य सरकारों ने एडवाइजरी जारी की है. 


कर्नाटक- केरल में जारी हुए निर्देश


केरल और कर्नाटक में 60 वर्ष से अधिक और बीमार लोगों को मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है. अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्थाओं को ठीक करने के निर्देश भी दिए गए हैं... RTPCR टेस्ट बढ़ा दिया गया है. कोरोना के नए सब वेरिएंट JN.1 का सबसे पहला केस अगस्त में लक्जमबर्ग में पाया गया था... इसके बाद ये धीरे-धीरे 40 देशों में फैल गया. सिंगापुर में कोविड के 56 हजार नये केस दर्ज किए गये हैं. WHO ने नए JN.1 वेरिएंट को वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट माना है. 


कोविड-19 के शुरूआत से ही वायरस जब-जब अपना रूप बदलता है, उसको एक नया वेरिएंट कहते हुए, कुछ नाम दिए जाते रहे हैं... हर बार नया वेरिएंट पिछले वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक होता रहा है... तो अब हम आपको इस नए वेरिएंट से जुड़ी कुछ अहम जानकारी भी देते हैं.  JN.1 उस नए वेरिएंट का नाम है जो इस वक्त 41 से ज्यादा देशों में फैल चुका है.


बार- बार म्युटेशन कर रहा वायरस


JN.1 वेरिएंट दरअसल ओमिक्रॉन वेरिएंट के परिवार से जुड़ा है. वर्ष 2021 में भारत के अंदर कोरोना की तीसरी लहर का वजह यही ओमिक्रॉन वेरिएंट था. JN.1, ओमिक्रॉन के वेरिएंट BA.2.86 जिसे पिरोला कहते हैं, उसका सब वेरिएंट है. 21 नवंबर को World Health Organisation ने 'पिरोला' वेरिएंट को VARIANT REQUIRING GLOBAL ATTENTION घोषित किया था. यानी WHO ने पूरे विश्व को Omicron के 'पिरोला' वेरिएंट को लेकर सावधान रहने की अपील की थी.


WHO ने विश्व को सावधान इसलिए किया था क्योंकि इस VARIANT में अबतक 40 से ज्यादा Mutation हो चुके हैं. JN.1 वेरिएंट, कोविड-19 का पहला ऐसा वेरिएंट है, जो इतनी तेजी से बदल रहा है. JN.1 वेरिएंट में डराने वाली बात ये भी है कि कोरोना वैक्सीन से मिली Immunity इस वेरिएंट पर काम नहीं करती. यानी अगर आपने कोरोना वैक्सीन ली भी है, तो भी आप इस वेरिएंट से पीड़ित हो सकते हैं.



पाबंदी लगाने के मूड में नहीं लेकिन


भारत, सिंगापुर और मलेशिया समेत 40 देशों में जेएन 1 वेरिएंट की वजह से मामले बढे हैं. भारत में सबसे ज्यादा केस इस समय केरल में हैं. हालांकि सरकार किसी तरह की पाबंदियां लगाने के मूड में नहीं है. लेकिन अस्पतालों को हर तीन महीने में मॉक ड्रिल करने, त्यौहार वाली जगहों पर सतर्कता बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देश दे दिए गए हैं क्योंकि सतर्कता और सावधानी से ही कोविड के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है..