नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) से अभी छुटकारा नहीं मिल पाया है तब तक एक और वायरस ने चिंता बढ़ा दी है. केरल में जीका वायरस संक्रमण (Zika virus) को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. केरल में अब तक जीका वायरस के मामले 14 हो गए हैं, जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने भी जीका की रोकथाम और फैलने को रोकने को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है. 


पड़ोसी राज्य भी सतर्क


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कर्नाटक के हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर सर्विस डिपार्टमेंट की तरफ से जारी किए गए पत्र में कहा गया है, चूंकि मानसून का सीजन है, इसलिए मच्छरों के पनपने की संभावना ज्यादा है. लगातार छिड़काव और सफाई के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही जो गाइडलाइन जारी की गई है, उसमें कहा गया है-


1. निगरानी के लिए सर्विलांस टीम बने. व्यक्तिगत सुरक्षा उपायों का घरेलू, सामुदायिक और संस्थागत स्तर पर ध्यान रखा जाए. 


2. हवाई अड्डों, समुद्री बंदरगाहों/बंदरगाहों और 2 किलो मीटर के आसपास के गांवों/वार्डों में एडीज लार्वा निगरानी और सोर्स को ट्रेस करने का काम तेजी से हो. 


3. इस बबात वीकली रिपोर्ट शासन तक मेल की जाए. जिलों को अपने संबंधित एयरपोर्ट के स्वास्थ्य अधिकारी के साथ समन्वय करना चाहिए.


जीका के लक्षण


जीका से संक्रमण के बाद बुखार, शरीर पर चकत्ते,  conjunctivitis, जोड़ों में दर्द आदि जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. ZVD सस्पेक्ट की ट्रेवस हिस्ट्री और कॉन्टेक्ट के बारे में पता लगाना चाहिए. संदिग्ध मामलों से नमूनों को परीक्षण के लिए एनआईवी, बेंगलुरु भेजा जाना चाहिए. गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रा साउंड स्कैनिंग के दौरान इस तरह के लक्षणों के बारे में खास ध्यान देना चाहिए. अगर किसी भी महिला में ये लक्षण पाए जाते हैं तो तत्काल महिलाओं का सीरम नमूना लेकर जांच के लिए भेजा जाए.


केंद्रीय टीम केरल पहुंची


इस बीच जीका वायरस की स्थिति पर नजर रखने और मामलों के प्रबंधन में राज्य सरकार को सहयोग देने के लिए विशेषज्ञों का 6 सदस्यीय केंद्रीय दल केरल भेजा गया है. राज्य में गुरुवार को मच्छरों के काटने से होने वाली इस बीमारी का पहला मामला 24 साल की गर्भवती महिला में सामने आया. राज्य सरकार के मुताबिक एनआईवी ने शुक्रवार को 13 और ऐसे मामलों की पुष्टि की. इस तरह शुक्रवार को जीका वायरस संक्रमण के कुल मामले 14 हो गये.


गर्भवती महिलाएं बरतें विशेष सावधानी


 जिला चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में राज्य की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को बुखार होने पर जांच करानी चाहिए. दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘केरल से जीका के कुछ मामले आये हैं. हालात पर नजर रखने और राज्य सरकार को सहयोग देने के लिए छह सदस्यीय दल को वहां पहुंचने और जीका के प्रबंधन में राज्य सरकार को सहयोग देने के लिए निर्देश दिये गये हैं. इनमें सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, मच्छर जनित रोगों के विशेषज्ञ और एम्स के विशेषज्ञ आदि शामिल हैं.’


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