How to control Blood Pressure: उच्च रक्तचाप एक ऐसी स्थिति है जिसे हम "मौन हत्यारा" भी कहते हैं क्योंकि यह बिना किसी चेतावनी के हमला करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्राचीन आयुर्वेद में हमें ऐसी कुछ जड़ी बूटियां मिलती हैं, जिनका उपयोग करके हम इस "मौन हत्यारे" को नियंत्रित कर सकते हैं. चलिए जानते हैं कि वे कौन-कौन सी जड़ी बूटियां हैं.


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अश्वगंधा: इसे आयुर्वेद की "रानी" भी कहा जाता है. अश्वगंधा में ऐसे औषधीय गुण होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. इसके नियमित सेवन से रक्त वाहिकाओं का विस्तार होता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है.



त्रिफला: त्रिफला, जो आमला, हरीतकी, और बिभितकी का मिश्रण होता है, एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपाय है. यह न केवल रक्तचाप को नियंत्रित करता है, बल्कि रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी नियंत्रित करता है.



अर्जुना: अर्जुना की छाल को आयुर्वेद में ह्रदय रोगों के उपचार के लिए विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है. इसमें उपस्थित फ्लावनॉइड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स रक्तचाप को नियंत्रण में रखते हैं.



जीवन्ती: इस जड़ी बूटी का नाम सुनकर आपको हो सकता है कि यह आपके जीवन को बदल देगी. और वास्तव में, जीवन्ती रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ-साथ, शरीर के अन्य कई कार्यों को भी सुधारती है.


 
समय के साथ, ये जड़ी बूटियाँ आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करेंगी. लेकिन हां, ये कोई जादुई उपाय नहीं हैं। इनके साथ-साथ, आपको संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव मुक्त जीवन भी जीने की जरूरत है. और हां, यदि आपको उच्च रक्तचाप है, तो इन जड़ी बूटियों का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य सम्पर्क करें. आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है, और आयुर्वेद इसे बनाए रखने का एक बेहतरीन तरीका है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)