सर्वाइकल कैंसर एक जानलेवा बीमारी है. वैसे तो आमतौर इसके मरीज 30 साल या इससे अधिक के उम्र के होते हैं, लेकिन इसका खतरा कम उम्र के व्यक्ति को भी रहता है. ऐसे में इससे बचाव के तरीकों और ऐसी चीजों के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है जो इस बीमारी के पनपने के लिए शरीर में अनुकूल परिस्थिति बनाते हैं.


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सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (cervix) में होने वाला जानलेवा कैंसर है. इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका एचपीवी वैक्सीन है. यह वैक्सीन सर्वाइकल समेत वेजाइनल और वल्वर कैंसर से प्रोटेक्शन देता है. लेकिन इसके अलावा भी आपको इससे बचने के लिए कुछ गलतियों से सावधान रहने की जरूरत होती है.  WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है.


एचपीवी इंफोर्मेशन सेंटर के डेटा के अनुसार भारत में हर साल  77,348 महिलाओं की मौत इस जानलेवा बीमारी से होती है. जबकि 1,23,907 महिलाओं में हर साल इस बीमारी को डायग्नोस किया जाता है. बता दें कि हाल ही में इस बीमारी से मॉडल और बी-टाउन की सबसे कॉन्ट्रोवर्शियल सिलेब्रिटी पूनम पांडे की मौत की खबर भी सामने आई है. ऐसे में यदि आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो यहां बतायी गई गलतियों को भूल से भी ना करें.


स्माोकिंग
स्मोकिंग सर्वाइकल कैंसर के जोखिम से जुड़ा हुआ है. ऐसे में यदि आप सिगरेट का सेवन करते हैं तो आप भी सर्वाइकल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार बन सकते हैं.


अनसेफ सेक्स
यदि आप बिना प्रोटेक्शन के शारीरिक संबंध बनाते हैं, तो आप और आपका पार्टनर सर्वाइकल कैंसर की चपेट में आ सकते हैं. इसका उपयोग आपको काफी हद तक इसके जोखिम से बचा सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कंडोम से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन होने का खतरा नहीं होता है. बता दें इसका खतरा ओरल सेक्स से बढ़ जाता है.


ज्यादा बच्चे पैदा करना
ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा अन्य महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है. हालांकि शोधकर्ताओं को अभी यह नहीं पता लग पाया है कि कितने बच्चे पैदा करना महिलाओं को कैंसर का शिकार बना सकता है.


गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियां लेने से सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. एक स्टडी के अनुसार, जो महिलाएं 5 साल से अधिक समय तक गर्भनिरोधक गोलियां खाती हैं उनमें सर्वाइकल कैंसर का खतरा सबसे अधिक होता है. इसलिए अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाव के लिए गोलियों का सेवन बहुत ही सोच समझकर करें.