अक्सर सीने में दर्द होने पर लोगों को हार्ट अटैक का डर सताता है. लेकिन कई बार यह दर्द हार्ट बर्न की वजह से भी हो सकता है. दोनों ही स्थितियों में सीने में दर्द होता है, जिससे लोगों को भ्रम हो जाता है. कोच्चि के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट और आईएमए-केरला के रिसर्च सेल चेयरमैन डॉ. राजीव जयदेवन ने हार्ट अटैक और हार्ट बर्न के बीच अंतर समझने के लिए आसान तरीके बताए हैं.


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डॉ. राजीव के अनुसार, हार्ट बर्न तब होता है जब पेट से एसिड वापस भोजन पाइप में आ जाता है. इससे सीने में जलन महसूस होती है. वहीं, हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की खून आपूर्ति में बाधा आती है. इससे दिल की मसल्स को नुकसान पहुंचता है.


हार्ट बर्न के लक्षण
* सीने में जलन
* खट्टी डकार आना
* निगलने में कठिनाई
* खाना वापस आना


हार्ट अटैक के लक्षण
* सीने में तेज दर्द
* पसीना आना
* उल्टी
* सांस लेने में कठिनाई
* चक्कर आना या बेहोशी


हार्ट अटैक और हार्ट बर्न में अंतर कैसे करें?
* हार्ट बर्न आमतौर पर खाने के बाद होता है और लेटने पर बढ़ जाता है.
* हार्ट अटैक का दर्द अधिक तीव्र होता है और अक्सर पसीना आने और उल्टी के साथ होता है.
* हार्ट अटैक का दर्द व्यायाम करने से बढ़ सकता है और आराम करने से कम हो सकता है.
* हार्ट अटैक का दर्द गर्दन, कंधे या हाथों तक फैल सकता है.


हार्ट बर्न क्या दिल की समस्या का संकेत हो सकता है?
अगर आपकी उम्र बढ़ रही है तो हार्ट बर्न दिल की समस्या का संकेत हो सकता है. लाइफस्टाइल में बदलाव करके हार्ट बर्न से बचा जा सकता है. अनियमित खानपान, तले हुए भोजन, कॉफी, शराब से परहेज करें, अपना वजन कंट्रोल में रखें और बैलेंस डाइट लें.


कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको सीने में तेज दर्द होता है जो व्यायाम से बढ़ता है और आराम करने से कम होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.