खाने की स्पीड का असर आपकी सेहत पर पड़ता है और ये असर सिर्फ भोजन के प्रकार से ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकता है. मेटाबॉलिक हेल्थ एक्सपर्ट और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. केसी मीन्स ने एक पॉडकास्ट में बताया कि धीरे-धीरे खाना न केवल आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि तेजी से खाने की तुलना में यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है.


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डॉ. मीन्स ने बताया ने शोध में यह स्पष्ट रूप से पाया गया है कि जो लोग सबसे धीरे खाते हैं, उनमें मेटाबॉलिक सिंड्रोम विकसित होने की संभावना चार गुना कम होती है, उन लोगों की तुलना में जो सबसे तेजी से खाते हैं. इसका मतलब है कि यह फर्क सिर्फ इस बात पर नहीं पड़ता कि आप क्या खा रहे हैं, बल्कि इस पर भी पड़ता है कि आप कैसे खा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह एक बहुत ही सशक्त बात होनी चाहिए, क्योंकि अगर आप अपनी डाइट बदलना नहीं भी चाहते हैं, तो कम से कम खाने की स्पीड को बदलें. यह आपकी मेटाबॉलिक हेल्थ पर गहरा असर डालेगा.


धीरे खाने से हो सकता है वजन कम
2018 में बीएमजे ओपन में प्रकाशित एक अध्ययन से यह भी पता चला कि धीरे खाने से मोटापे का खतरा कम हो सकता है और कमर का आकार भी घट सकता है. इस अध्ययन में यह सुझाव दिया गया कि धीरे खाने के अलावा, डिनर के बाद के स्नैक्स को छोड़ना और सोने से पहले 2 घंटे के भीतर खाना न खाना वजन घटाने में मदद कर सकता है.


60 हजार लोगों के डेटा का हुआ विश्लेषण
अध्ययन में जापान में 60,000 लोगों के हेल्थ बीमा डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया गया कि खाने की आदतों में बदलाव से मोटापा, बॉडी मास इंडेक्स (BMI) और कमर का आकार प्रभावित हो सकता है. शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि तेजी से खाने से ग्लूकोज टोलरेंस खराब हो सकता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है, जबकि धीरे खाने से व्यक्ति को जल्दी तृप्ति का अनुभव होता है, जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.