प्रेग्नेंसी में दिल की तेज धड़कन है खतरे की घंटी, अनदेखी बढ़ा सकती है परेशानी!
प्रेग्नेंसी एक खूबसूरत अनुभव है, लेकिन इस दौरान होने वाली शारीरिक परेशानियों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. उन्हीं में से एक है दिल की तेज धड़कन, जिसे अक्सर महिलाएं हल्के में ले लेती हैं.
प्रेग्नेंसी एक खूबसूरत अनुभव है, लेकिन इस दौरान होने वाली शारीरिक परेशानियों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. उन्हीं में से एक है दिल की तेज धड़कन, जिसे अक्सर महिलाएं हल्के में ले लेती हैं. लेकिन, डॉक्टर्स चेतावनी देते हैं कि प्रेग्नेंसी में तेज धड़कन को कभी भी सामान्य न समझें, अनदेखी करना आपके और आपके शिशु के लिए गंभीर परेशानियां खड़ी कर सकता है.
आमतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं की हार्ट रेट 100-120 बीट्स प्रति मिनट के बीच होती है. इससे ज्यादा की धड़कन को तेज माना जाता है. हालांकि, हर महिला का शरीर अलग होता है और प्रेग्नेंसी के अलग-अलग चरणों में हार्ट रेट थोड़ी बहुत बदल सकती है. इसलिए, जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और अपनी नॉर्मल हार्ट रेट को जान लें. साथ ही, अगर आपको कभी भी अचानक से धड़कन बढ़ने का एहसास हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
फास्ट हार्ट रेट के कारण
एनीमिया: खून की कमी से शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे धड़कन बढ़ जाती है.
थायराइड की समस्याएं: थायराइड ग्रंथि के हार्मोन असंतुलन से भी धड़कन बढ़ सकती है.
अस्थमा या सांस लेने में तकलीफ: सांस लेने में परेशानी होने पर भी दिल को ज्यादा जोर लगाना पड़ता है, जिससे धड़कन बढ़ जाती है.
खून का कम दबाव: प्रेग्नेंसी में कभी-कभी खून का दबाव कम हो जाता है, जिसे हाइपोटेंशन कहते हैं. इससे भी धड़कन बढ़ सकती है.
तनाव और चिंता: प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव और चिंता होना आम है, लेकिन इनका असर दिल की धड़कन पर भी पड़ सकता है.
अनदेखी के क्या खतरे हो सकते हैं?
प्रेग्नेंसी में तेज धड़कन को नजरअंदाज करना आपके और आपके बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है. इससे समय से पहले जन्म, कम वजन का बच्चा पैदा होना, दिल से जुड़ी समस्याएं और यहां तक कि गर्भपात का खतरा भी बढ़ सकता है.
बचाव के लिए क्या करें?
अगर आप प्रग्नेंट हैं और आपको तेज धड़कन की समस्या है, तो घबराएं नहीं. सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपकी सेहत की जांच करके धड़कन बढ़ने का कारण जानेंगे और उचित इलाज करेंगे. साथ ही, आप कुछ चीजों का ध्यान रखकर भी धड़कन को कंट्रोल में रख सकती हैं, जैसे:
- हेल्दी डाइट लें. पौष्टिक भोजन खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे दिल हेल्दी रहता है.
- नियमित व्यायाम करें. इससे दिल को मजबूत बनाने में मदद करता है.
- पर्याप्त नींद लें. अच्छी नींद थकान दूर करती है और तनाव को कम करती है, जिससे धड़कन नियंत्रित रहती है.
- गर्भावस्था में तनाव होना लाजमी है, लेकिन उसे मैनेज करना जरूरी है. इसके लिए योग, मेडिटेशन या किसी से बात करना फायदेमंद हो सकता है.
- धूम्रपान और शराब का सेवन न करें. ये आदतें न सिर्फ आपकी सेहत के लिए हानिकारक हैं, बल्कि धड़कन भी बढ़ा सकती हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.