Health Tips: सर्दी के मौसम में बाजार में कई तरह के साग बिकते हैं. जिसमें चना साग, सरसों, पालक, बथुआ मुख्यतौर पर बाजार में दिख जाते हैं. ये साग स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद माने जाते हैं. इसे अगर खाया जाए तो शरीर का इम्यून मजबूत होता है. लेकिन, अगर बथुए का सेवन किसी व्यक्ति ने ज्यादा मात्रा में कर लिया तो यह फायदा के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है.


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ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा भरपूर


जानकारी के लिए आपको बता दें कि बथुआ में ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा अधिक पाई जाती है. अगर यह एसिड शरीर में अधिक हो जाए तो कैल्शियम को कम कर देता है. ऐसे में हमारे हड्ड़ियों के लिए यह ठीक नहीं है. डॉक्टर के मुताबिक संतुलित मात्रा में ही बथुआ को खाना चाहिए.


सोच-समझकर खाएं बथुआ


इसके अलावा जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है उन्हें सोच-समझकर बथुआ का सेवन करना चाहिए. चूंकि बथुआ में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है ऐसे में इस साग के ज्यादा सेवन से इंसान डायरिया जैसी बीमारी का शिकार हो जाता है. हालांकि अगर कोई व्यक्ति सीमित मात्रा में इसका सेवन करता है तो इससे वह फिट रहता है.


भरपूर मात्रा में फाइबर


अगर कोई व्यक्ति सीमित मात्रा में बथुआ साग का सेवन करता है तो इसमें मौजूद फाइबर से व्यक्ति को कब्ज, आयरन की कमी से छुटकारा मिलता है. लेकिन उन लोगों को बथुआ के सेवन से बहुत ही दूर रहना चाहिए जिनमें कैल्शियम की कमी हो. क्योंकि इस साग के सेवन से कैल्शियम की मात्रा किल होती है.


ये लोग बथुआ से बनाएं दूरी


इसके अलावा जो लोग स्किन एलर्जी से ग्रस्त हैं उन्हें बथुआ से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. जरूरत से ज्यादा बथुआ का सेवन करने से स्किन एलर्जी वाले लोगों के शरीर में स्किन रैशेज, खुजली,दाने जैसी परेशानियों दिखने लगती है. ऐसे में हम जब भी किसी चीज का सेवन करें तो इससे पहले डॉक्टरी सलाह जरूर ले लें.


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)