आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर एक आम समस्या बन गई है और इसे नजरअंदाज करना गंभीर बीमारियों को न्योता देने जैसा हो सकता है. घर पर बीपी मापना एक सुविधाजनक तरीका है, जिससे आप अपनी सेहत पर नजर रख सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीपी मापते समय की गई छोटी-छोटी गलतियां आपकी रीडिंग को गलत बना सकती हैं? गलत माप से न सिर्फ इलाज में परेशानी होती है, बल्कि यह आपकी सेहत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है.


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आइए जानते हैं बीपी मापने का सही तरीका और उन आम गलतियों के बारे में, जो आपको तुरंत सुधारनी चाहिए.


ऑथेंटिक डिवाइस का इस्तेमाल करें
हमेशा वेरिफाइड और अपर आर्म्स वाले ब्लड प्रेशर मॉनिटर का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह कलाई या उंगलियों वाले मॉनिटर की तुलना में अधिक सटीक होता है.


आरामदायक माहौल चुनें
एक शांत और आरामदायक कमरे में BP मापें. कुर्सी पर सीधे बैठें, पीठ और पैर सपाट रखें. मापने से पहले 5 मिनट तक आराम करें.


व्यायाम, कैफीन और धूम्रपान से बचें
मापने से कम से कम 30 मिनट पहले कोई भी उत्तेजक पदार्थ या गतिविधि न करें.


बाजू की सही पोजीशन
अपना हाथ किसी सपाट सतह (जैसे टेबल) पर रखें और उसे दिल की ऊंचाई पर रखें. ध्यान दें कि बाजू सपोर्टेड और आरामदायक हो.


दो रीडिंग लें
पहली रीडिंग के बाद 1-2 मिनट रुकें और फिर दूसरी बार मापें. इन दोनों का औसत निकालें और डॉक्टर के साथ शेयर करें.


किन गलतियों से बचें?
* बीपी मापते समय स्थिर रहें. किसी भी प्रकार की हलचल से रीडिंग गलत हो सकती है.
* हाथ या शरीर की गलत स्थिति से बीपी का लेवल गलत दिख सकता है.
* रुको-थको समय न देना. आराम किए बिना बीपी मापने से रीडिंग ज्यादा आ सकती है.


डॉक्टर से करें शेयर
सभी रीडिंग्स को रिकॉर्ड कर औसत निकालें और डॉक्टर को दिखाएं, इससे आपके हेल्थ मैनेजमेंट में सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी. बीपी मापने का यह सही तरीका अपनाकर आप अपनी सेहत को बेहतर तरीके से मॉनिटर कर सकते हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.