कढ़ाई-बुनाई करने से तनाव वाले हॉर्मोन कार्टिसोल लेवल में आती है कमी, हमेशा दुरुस्त रहेगी मेंटल हेल्थ
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है. लोग हर समय किसी न किसी तरह के दबाव में रहते हैं, जिसका सीधा असर उनके मेंटल हेल्थ पर पड़ता है.
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है. लोग हर समय किसी न किसी तरह के दबाव में रहते हैं, जिसका सीधा असर उनके मेंटल हेल्थ पर पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि तनाव को कम करने का एक बहुत ही आसान और प्रभावी तरीका आपके घर में ही मौजूद है? जी हां, हम बात कर रहे हैं कढ़ाई-बुनाई की.
हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि कढ़ाई-बुनाई करने से तनाव कम करने में काफी मदद मिलती है. इस शोध में पाया गया कि कढ़ाई-बुनाई करने से शरीर में तनाव वाले हॉर्मोन कार्टिसोल का लेवल कम होता है और साथ ही सुखद हॉर्मोन सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है. सेरोटोनिन एक ऐसा हॉर्मोन है जो हमें खुश और शांत रखने में मदद करता है.
ऐसे किया अध्ययन
एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान और खेल विज्ञान स्कूल की प्रमुख डॉ. हेलेन कीज ने अपनी टीम के साथ मिलकर यह अध्ययन किया.हेलेन और उनकी टीम ने जीवन संतुष्टि पर क्रिएटिव एक्टिविटी के प्रभाव की जांच करने के लिए 16 साल से ज्यादा आयु के 7,182 प्रतिभागियों के सैंपल का विश्लेशषण किया. इनमें से 37% से ज्यादा लोगों ने पिछले साल कम से कम क्रिएटिव एक्टिविटी अपनाई थी. इसका मकसद लोगों की सेहत पर क्रिएटिव एक्टिविटी का असर देखना था. क्रिएटिव एक्टिविटी के जरिए मेंटल हेल्थ तो सुधरता है, साथ ही अकेलापन भी दूर हो जाता है.
कैसे काम करती है कढ़ाई-बुनाई?
कढ़ाई-बुनाई एक तरह की थेरेपी है, जिसे आर्ट थेरेपी भी कहा जाता है. जब हम कढ़ाई-बुनाई करते हैं, तो हमारा ध्यान पूरी तरह से काम पर केंद्रित होता है. इससे हमारा दिमाग किसी भी तरह की नेगेटिव सोच से दूर रहता है और हम शांत महसूस करते हैं. इसके अलावा, कढ़ाई-बुनाई करते समय हाथों की मसल्स की एक्टिविटी बढ़ती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है.
कढ़ाई-बुनाई के अन्य फायदे
* कढ़ाई-बुनाई करने से नींद की क्वालिटी में सुधार होता है.
* कढ़ाई-बुनाई करने से क्रिएटिविटी बढ़ती है.
* कढ़ाई-बुनाई करने से एकाग्रता में सुधार होता है.
* जब हम कोई नई चीज सीखते हैं और उसमें सफल होते हैं, तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है.
* कढ़ाई-बुनाई क्लास या ग्रुप में शामिल होकर आप नए लोगों से मिल सकते हैं और सामाजिक जुड़ाव बढ़ा सकते हैं.