Momos Side-Effects: मौजूदा दौर में फास्ट फूड का नशा यूथ के सिर पर सवार हो चुका है. हेल्दी डाइट की जगह ज्यादातर यूथ फास्ट फूड की तरफ भाग रहे हैं. पिज्जा, बर्गर और नूडल्स समेत कई अन्य फास्ट फूड लोगों का पसंदीदा भोजन बनता जा रहा है. इसी में से एक है मोजोज, जिसके दीवाने आपको पूरे भारत में मिल जाएंगे. मोमोज को उन स्ट्रीट फूड की श्रेणी में शामिल किया जाता है जिसे खाने के बाद आपकी क्रेविंग और बढ़ जाती है. अगर आप भी मोमोज के आशिक हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि हेल्थ एक्सपर्ट्स ने मोमोज के कई नुकसान बताए हैं अगर इसके बाद भी मोमोज की लत को नहीं छोड़ते हैं तो यह खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है!


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मोमोज को अलविदा कहने की 3 बड़ी वजहें!


1. नॉर्थ इंडिया के फेवरेट स्ट्रीट फूड में शामिल मोमोज की चटनी आपको बीमार बनाने के लिए काफी है, क्योंकि इसे बनाने के लिए कई दुकानों पर अननैचुरल कलर का इस्तेमाल किया जाता है. मैदे से बना मोमोज प्रोटीन रहित होता है जिसका नेचर एसिडिक होता है. यह शरीर से कैल्शियम को चूस लेता है जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. इसके अलावा मैदा कभी भी ठीक से डाइजेस्ट नहीं होता है.


2. मैदे से बनने वाला मोमोज कई बार आंतों में चिपक जाता है जो आंतों को ब्लाक कर सकता है. इसकी वजह से कई बीमारियां होती हैं और कई बार पेट दर्द की समस्या होती है. इसे बनाने में ब्लीच, क्लोरीन गैस, बेंजोयल पराक्साइड, ऐजो कर्बेमिड जैसे केमिकल का इस्तेमाल होता है जो किडनी और पैंक्रियाज को डैमेज करने का काम करते हैं और इससे डायबिटिज का खतरा पैदा होता है.


3. तीखी लाल मिर्च की चटनी मोमोज के साथ खूब पसंद की जाती है, लेकिन यह पाइल्स गैस्ट्राइटिस, पेट और आंतों में ब्लीडिंग की दिक्कत पैदा करती है. इसमें कई दुकानदार मोनोसोडियम ग्लूटामैट( MSG) नाम का केमिकल भी मिलाते हैं. इसकी वजह से मोमोज का टेस्ट बढ़ जाता है, लेकिन MSG मोटापे की वजह बनता है, जो चेस्ट पेन, हार्ट रेट और बीपी बढ़ने जैसी कई परेशानियां पैदा करता है. कई बार नॉन वेज मोमोज में डेड एनिमल्स का मीट मिलाया जाता है जो शरीर में इंफेक्शन पैदा करने का काम करता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)