Eid al-Adha Special: बकरीद पर कर रहे मटन प्लान, सही पीस का ऐसे करें सेलेक्शन, पकवान होगा लजीज
Bakrid 2023 Mutton Dishes: मटन के सभी पोषण लाभों को पाने के लिए सही पीस चुनना जरूरी है. आइये आपको बताते हैं मटन खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान जरूर देना चाहिए..
Bakrid 2023 Mutton Dishes: बकरीद पर मटन के अलग-अलग व्यंजनों की तैयारी पहले से ही होने लगती है. ऐसे में हमें मटन खरीदते वक्त सही और गलत की पहचान जरूर होनी चाहिए. मटन में प्रोटीन, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स (विटामिन बी 1 से बी 12), विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो हमारे शरीर में पोषण संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी भी है. मटन के सभी पोषण लाभों को पाने के लिए सही पीस चुनना जरूरी है. आइये आपको बताते हैं मटन खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान जरूर देना चाहिए..
कलर की सही पहचान: मीट का रंग उसकी ताजगी बयां करता है. मटन दिखने में चमकदार लाल होना चाहिए. यदि मांस वैक्यूम पैक किया गया है, तो यह थोड़ा भूरा दिखाई दे सकता है. यह भी अच्छी गुणवत्ता वाला मांस है और रेफ्रिजरेटर में लंबे समय तक चलेगा.
गंध की जांच करें: पोल्ट्री मीट आमतौर पर गंध रहित होता है, लेकिन दुर्लभ अवसरों पर इसमें थोड़ी मांसल गंध हो सकती है. लाल मांस की गंध मांस के प्रकार के लिए बहुत विशिष्ट होती है और बकरी या मेमने की विशिष्ट गंध से कोई भिन्नता नहीं होनी चाहिए. किसी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खरीदे जाने वाले किसी भी प्रकार के ताजे मांस में कोई दुर्गंध या तीखी गंध न हो.
बनावट की जांच करें: मांसपेशी फाइबर स्पष्ट रूप से दिखाई देने चाहिए. मीट चिपचिपा नहीं होना चाहिए और यदि आप इसे छूते हैं, तो उंगलियां चिपचिपी होने के बजाय सूखी होनी चाहिए. काटते समय मांस पारदर्शी और पानीदार नहीं दिखना चाहिए. इसे काटते समय यह आसानी से गिरना नहीं चाहिए. वसा का रंग पीला नहीं होना चाहिए. अगर चरबी का रंग पीला है तो समझ जाइये कि मांस ताजा नहीं है.
त्वचा रहित को प्राथमिकता दें: मांस की त्वचा में संतृप्त फैटी एसिड होते हैं, जो कैलोरी में उच्च होते हैं और संभावित रूप से हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकते हैं. इसलिए, हमेशा यह सलाह दी जाती है कि त्वचा को हटाने के बाद ही मांस का सेवन किया जाए.
मटन की सही पहचान के साथ ही मटन के पीस की पहचान भी होना बहुत जरूरी है. आइये आपको बताते हैं मटन खरीदते वक्त उसके कौन से पीस खरीदने चाहिए...
भेजा (Brain): बकरे का भेजा बिल्कुल इंसानी दिमाग की तरह ही होता है. इसका रंग हल्का गुलाबी होता है. बकरे के दिमाग से भेजा फ्राई डिश तैयार की जाती है. इसे खूब पसंद किया जाता है और यह इंसान की आंखों, दिमाग और नर्वस सिस्टम को स्वस्थ रखता है.
गर्दन (Neck): बकरे की गर्दन का मीट मुलायम और कम रेशे वाला होता है. इसमें चिकनाई ना के बराबर होती है. बिरयानी में ज्यादातर लोग इसी पीस का इस्तेमाल करते हैं.
कंधा (Shoulder): बकरे के कंधे का मीट मुलायम और हल्की चिकनाई लिए होता है. ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल कोरमा और कीमा में करते हैं. अगर आप पसंदा के बारे में जानते हैं तो बता दें कि बकरे के कंधे का मीट इस डिश के लिए इस्तेमाल होता है.
सीने का मीट (Breast): बकरे के सीने के गोश्त में चर्बी और चिकनाई ज्यादा होती है. इसे उबालकर पकवान तैयार किया जाता है. सूप, बिरयानी और कोरमा में यह पीस ज्यादा इस्तेमाल होता है.
पसलियां (Rack): बकरे के कंधे के नीचे के हिस्से को चाप कहते हैं. चाप मुलायम और जायकेदार होता है. मटन कोरमा और बिरयानी में इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है. इसे रोस्ट कर के भी खाया जाता है.
पुठ का गोस्त (loin): बकरे के पुठ की डिमांड भी ज्यादा ही रहती है. मटन करी में ज्यादातर बकरे के पुठ का ही इस्तेमाल किया जाता है. बकरे की रीड़ से लेकर कमर तक के हिस्से को पुठ कहते हैं. यानी आप पुठ ना कहकर मटन खरीदते वक्त दुकानदार से बकरे की पसली और पैरों के बीच का हिस्सा भी कह सकते हैं.
रान (Upper part of leg): मीट लवर्स में बकरे की रान की भी डिमांड हमेशा देखी गई है. बकरे के पैर के ऊपरी हिस्से को रान कहते हैं. गोल बोटी, कीमा और कबाब के लिए बकरे की रान का इस्तेमाल ज्यादा होता है. सीक कबाब, गलावटी कबाब, शामी कबाब में रान का इस्तेमाल किया जाता है.