Flu Symptoms: बिन मौसम बरसात के कारण बढ़ गया फ्लू का रिस्क, कहीं आपके शरीर में ऐसे लक्षण तो नहीं?
Influenza Symptoms: आजकल बारिश बिना मौसम के बरस रही है, जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, अगर आपको फ्लू है और इसके लक्षण नहीं पहचानते हैं तो खतरा बढ़ सकता है.
Influenza Warning Sign: इन्फ्लुएंजा एक वायरल इंफेक्शन है जो आपके रिस्पाइरेटरी सिस्टम जैसे आपकी नाक, गले और फेफड़ों पर हमला करता है. इस बीमारी को आमतौर पर फ्लू कहा जाता है, ज्यादातर लोगों के लिए, फ्लू अपने आप ठीक हो जाता है. लेकिन कभी-कभी, इन्फ्लूएंजा और इससे होने वाली परेशानियां घातक हो सकती हैं, इसलिए आपके लिए जरूरी है कि इस बदलते हुए मौसम में फ्लू के इशारों को वक्त से पहले पहचान लें, वरना सेहत को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि इस बीमारी के कौन-कौन से लक्षण हैं.
फ्लू के लक्षण
1. सिरदर्द (Headache)
फ्लू का पहला लक्षण गंभीर सिरदर्द हो सकता है. कई बार आप लाइट और साउंड को लेकर सेंसेटिव हो जाते हैं और फिर सिरदर्द बढ़ने लगता है. ऐसे लक्षणों को तुरंत पहचानें और इलाज कराएं क्योंकि सिरदर्द को हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है.
2. बुखार (Fever)
फ्लू की वजह से बुखार आना लाजमी है. इसमें बॉडी टेम्प्रेचर तकरीबन 100 °F (37.8 °C) से लेकर 104 °F (40 °C) तक के हाई लेवल तक पहुंच सकता है. हालांकि ये चिंताजनक है, छोटे बच्चों में वयस्कों की तुलना में अधिक बुखार होना असामान्य नहीं है. अगर आपको जरा भी शक है कि आपके बच्चे को फ्लू है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इस तरह का बुखार आमतौर पर 3 से 4 दिनों में ठीक हो जाता है.
3. खांसी (Cough)
फ्लू अपने साथ सूखी और लगातार होने वाली खांसी लाता है. ये खांस असहज करने वाली और दर्दनाक हो सकती है. इस दौरान आपको कभी-कभी सांस लेने में तकलीफ या सीने में तकलीफ का अनुभव हो सकता है. कई फ्लू से जुड़ी खांसी तकरीबन 2 हफ्ते तक रह सकती है.
4. मांसपेशियों में दर्द (Muscle Pain)
फ्लू से जुड़े मांसपेशियों के दर्द आपकी गर्दन, पीठ, हाथ और पैरों में महसूस होते हैं. ये अक्सर गंभीर हो सकते हैं, जिससे बुनियादी काम को करने की कोशिश करने पर भी मूव करना मुश्किल हो जाता है.
5. थकान (Fatigue)
थकान महसूस करना फ्लू का एक साफ लक्षण नहीं है. आम तौर पर बीमार महसूस करना कई स्थितियों का संकेत हो सकता है, हालांकि फ्लू की स्थिति में थकान और थकान की ये भावनाएं तेजी से आ सकती हैं और इन्हें दूर करना मुश्किल हो सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.