ब्लाइंड डेट पर जाना लड़कियों के लिए क्यों है खतरनाक? इन बातों का हर हाल में रखें ख्याल
ब्लाइंड डेट पर जाना आपके लिए एक्साइटिंग हो सकता है, लेकिन ये खतरे से भरा हुआ कदम होता है, खासकर लड़कियों को इसका रिस्क पता होना चाहिए, वरना छोटी सी गलती जिंदगीभर के लिए भारी पड़ सकती है.
Blind Date Risk For Girls: मॉडर्न जमाने में डेटिंग की दुनिया काफी ज्यादा बदल कई है, हम अक्सर देखते है कि अब युवाओं के बीच ब्लाइंड डेट का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है. सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स के जरिए लोग बिना एक-दूसरे को निजी तौर से जाने हुए भी डेट पर जाने का फैसला लेते हैं। हालांकि ये एक्सपीरिएंस एक्साइटिंग हो सकता है, लेकिन इसके साथ कई खतरों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, खासकर लड़कियों के लिए. इसलिए अलर्ट रहना और इस ट्रेंस से बचने की कोशिश करना जरूरी ह
ब्लाइंड डेट पर लड़कियों को क्यों नहीं जाना चाहिए
1. सेफटी को लेकर फिक्र
ब्लाइंड डेट पर जाने वाली लड़कियों को सबसे बड़ा खतरा उनकी सेफटी से जुड़ा होता है. वो जिस इंसान से वे मिलने जा रही हैं, उसके बारे में उन्हें बहुत कम जानकारी होती है. ऐसे में उस शख्स के इरादों का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है.कई बार डेटिंग ऐप्स पर लोग फर्जी प्रोफाइल बनाकर लड़कियों को धोखे में रखते हैं. इस तरह की डेटिंग से फिजिकल और मेंटल दोनों तरह के शोषण का खतरा बढ़ जाता है.
2. डेट रेप और हेरासमेंट
ब्लाइंड डेट पर सबसे बड़ा खतरा सेक्सुअल हैरासमेंट या डेट रेप का होता है. अक्सर लड़कियों को ये अंदाजा नहीं होता कि उनका डेट पार्टनर कितना भरोसेमंद है। कई बार ऐसे मामलों में लड़कियों की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है. इसके अलावा हेरासमेंट भी एक गंभीर मुद्दा है, जो ब्लाइंड डेट पर लड़कियों को झेलना पड़ सकता है. लड़के कुछ पर्सनल फोटो खींचकर लड़कियों को ब्लैकमेल कर सकते हैं
3. साइबर अपराध और प्राइवेसी पर आंच
डेटिंग ऐप्स के जरिए की गई ब्लाइंड डेटिंग में साइबर अपराध का खतरा भी बढ़ जाता है. फर्जी प्रोफाइल के जरिए लोग लड़कियों की निजी जानकारी हासिल कर सकते हैं और इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. कभी-कभी लड़कियों की तस्वीरें या पर्सनल डिटेल सोशल मीडिया पर गलत तरीके से इस्तेमाल की जा सकती हैं, जिससे उनकी प्राइवेसी पर आंच आ सकती है.
एहतियात बरतना जरूरी
ब्लाइंड डेट पर जाना या न जाना आपका निजी फैसला हो सकता है, लेकिन लड़कियों को अपनी सेफटी का हर हाल में ख्याल रखना चाहिए. किसी अजनबी से मिलने से पहले उसके बैकग्राउंड की जांच करना और दोस्तों या परिवार को डेट की जानकारी देना बेहद जरूरी है. पहली बार मिलने के लिए पब्लिक प्लेस को सेलेक्ट करना, और अपने मोबाइल फोन का लोकेशन किसी करीबी से शेयर करके रखना भी एक समझदारी भरा कदम है. जरूरत पड़े तो किसी अच्छे दोस्त या रिश्तेदार को साथ ले जाएं, जिससे सुरक्षा को खतरा न हो.