घी खाकर कम करें वजन, पिघलकर बह जाएगी चर्बी
घी में MCTs और CLA नाम के दो तत्व होते हैं, जो वजन कम करने में मददगार होते हैं और साथ ही मेटाबोलिज्म बेहतर करते हैं. इसलिए घी खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है. लेकिन आपको इसका सही इस्तेमाल पता होना चाहिए. इस लेख में जानिये कि घी खाकर कैसे वजन कम कर सकते हैं...
Benefits of ghee for weight lose: भारत के हर किचन में घी रखने की परंपरा है. जायका बढ़ाने के अलावा घी के कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं. मेटाबोलिज्म बेहतर करने से लेकर प्रेग्नेंसी तक में घी के जबरदस्त फायदे हैं. लेकिन अगर आप वजन कम करने की कोशिशों में जुटे हैं तो ये आपकी मदद कर सकता है. जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने. घी खाकर आप अपना वजन कम कर सकते हैं. इस लेख में जानिये कि आप किस तरह घी की मदद से अपना वजन कंट्रोल कर सकते हैं.
घी कैसे करता है वजन कम :
न्यूट्रीशनिस्ट की मानें तो घी में मीडियम-चेन फैटी एसिड और कॉन्जूकेटिड लाइनोलिक एसिड (CLA) होता है. ये दोनों बॉडी फैट को बर्न करने में कारगर हैं.
भूख कम करता है:
घी खाने के बाद फुलनेस फील होता है और ये लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता. घी में मौजूद फैट ऐसे हॉरमोन का स्राव बढ़ाता है जो पेट भरे होने का संकेत देते हैं. यानि आप ज्यादा खाने से बच सकते हैं.
ब्लड शुगर को संतुलित रखता है:
घी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड में शुगर के लेवल को तेजी नहीं बढने देता. ऐसे में जब ब्लड शुगर स्टेबल रहता है तो बार-बार भूख नहीं लगती. ऐसे में आपका वजन कंट्रोल रह सकता है.
पोषक तत्वों का अवशोषण :
घी में मौजूद वसा, विटामिन और मिनरल्स का अवशोषणा बढा देता है. इससे भी वजन कम करने में मदद मिलती है, क्योंकि इससे बॉडी में विटामिन और मिनरल्स का बैलेंस बेहतर हो जाता है.
कब्ज नहीं होने देता :
वेट मैनेज करने के लिए डायजेस्टिव सिस्टम का ठीक रहना बहुत जरूरी है. घी में ब्यूटिरेट होता है, जो एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड है. ये फैटी एसिड आंत की कोशिकाओं को पोषण देता है और सूजन को कम करता है. एक हेल्दी आंत की परत पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बना सकती है और पाचन संबंधी समस्याओं को रोक सकती है. दरअसल, ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों का डायजेस्टिव सिस्टम ठीक नहीं रहता है, उनमें मोटापा तेजी से बढता है. सूजन और कब्ज के कारण वजन बढ सकता है.
हार्मोन को बैलेंस करता है:
वेट मैनेज करने के लिए हार्मोनल बैलेंस भी जरूरी है. इस काम में घी मदद करता है. घी में विटामिन ए, डी और ई भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हार्मोनल प्रोडक्शन के लिए जरूरी है.इसको ऐसे समझ सकते हैं कि विटामिन डी इंसुलिन और लेप्टिन को कंट्रोल करने में मदद करता है, ये हार्मोन फैट स्टोर नहीं होने देते.